Listen to this article
एकदम सही पकड़े हैं जी
——————————
चालू है इन दिनों दो सूबों में फिर से चुनावी-सीजन
अपने वाले नेताजी तो लंबी-लंबी फेंक रहे दनादन
उनकी जुमलेबाजी देखकर कौए भी हैरान-परेशान
हद है, इतने सारे झूठे, किस-किस को काटें श्रीमान
—-बड़का वाले कविराय