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एकदम सही पकड़े हैं जी
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विकास के दावे बरसात में पूरी तरह गए हैं धुल
अब तो धड़ल्ले से बह रहे हैं नए बने हुए भी पुल
नेताजी को ऐसे हादसों से लगी बस एक चिंता की बात
विकास कामों के उद्घाटन से पहले क्यों आई बरसात
—-बड़का वाले कविराय