संस्था के ग्लोबल एंबेस्डर धालीवाल चुनावी शोर के बीच खामोशी से पहुंचे महानगर, 25 केयर-कैंप लगाएंगे यहां
लुधियाना/यूटर्न/25 मई। चुनावी-शोर के बीच कुलदीप सिंह धालीवाल नाम के एक शख्स खामोशी से लुधियाना पहुंचे। जो
वर्ल्ड कैंसर केयर के ग्लोबल एंबेस्डर हैं और सपरिवार इंग्लैंड चले गए थे। इसके बावजूद पंजाब की मिट्टी से उनका जुड़ाव कभी कम नहीं हो सका। तभी तो वह पंजाब को धीरे-धीरे दीमक की तरह निगल रही नामुराद बीमारी कैंसर के खिलाफ एक बड़ी जंग लड़ रहे हैं। फिलहाल उनके रडार पर औद्योगिक नगरी लुधियाना है। मोगा के मूल निवासी धालीवाल के मुताबिक पूरे सूबे का सर्वे कर चुकी उनकी संस्था के मुताबिक लुधियाना कैंसर पीड़ित मरीजों के मामले में पूरे पंजाब में सबसे खतरनाक मुकाम पर पहुंच चुका है। उन्होंने यूटर्न टाइम के साथ खास बातचीत में अपनी संस्था के मिशन को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
लुधियाना में पहला कैंप 23 जून को : धालीवाल की संस्था ने महानगर लुधियाना में कुल 25 कैंप लगाने की प्लानिंग की है। इस मुहिम की शुरुआत 23 जून को डेमो कैंप के साथ होगी। संस्था के प्रमुख कुलदीप सिंह ने महानगर वासियों से अपील की कि वे उस दिन अपने परिवार-पेरेंट्स को लेकर आएं। ताकि हमारी संस्था की कार्यशैली को नजदीक से देख-समझ सकें। उनको जानकार हैरानी होगी कि संस्था में जुड़े कैंप लगाने वाले कई स्टाफ मेंबरों के परिजन तक कैंसर पीड़ित हैं। लिहाजा वह इस नामुराद बीमारी की गंभीरता को बेहतर तरीके समझते हुए इस मिशन से जुड़े हैं। यदि कोई भी शख्स इस मुहिम में मदद करना चाहे तो वह महानगर में शरमण जैन स्वीट्स के मालिक विपन जैन से संपर्क कर सकते हैं। जो इस मुहिम का हिस्सा बने हुए हैं।
इंडस्ट्रियलिस्टस् से मीटिंग रही कामयाब : बकौल धालीवाल, वह अपनी मुहिम को बल देने की मंशा से महानगर के उद्यमियों से मिले। उनके साथ मीटिंग सार्थक रही, क्योंकि बुड्ढे दरिया में प्रदूषण से लेकर अन्य तरीकों से होने वाले पॉल्यूशन को लेकर उनसे गंभीर चर्चा हुई। उद्यमियों को इस मामले में उनकी खामियां बताने के साथ इस बाबत उनकी समस्याएं भी सुनीं। कुल मिलाकर यह तय हुआ कि हमारी संस्था उद्यमियों की समस्याओं को भी हल कराएगी। इसके लिए उद्यमियों का पांच मेंबरी डेलीगेशन पीएम और केंद्रीय उद्योग मंत्री से मिलवाया जाएगा।
बड़ा मिशन, लंबा होम-वर्क : वर्ल्ड कैंसर केयर संस्था ने पंजाबभर में कुल12 हजार 783 गांवों के सर्वे का लक्ष्य रखा था। इनमें से 11 हजार गांवों तक संस्था पहुंच बना चुकी है। इसके अलावा पड़ोसी सूबों हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान के अलावा यूपी गुजरात, महाराष्ट्र तक संस्था का नेटवर्क बन चुका है।
कैंसर की समस्या और उसके निदान : धालीवाल ने बेबाकी से कहा कि लुधियाना में प्रदूषित बुड्ढा कैंसर की जड़ है। जिसे खुद लोगों ने समस्या बनाया, इसमें फैक्ट्रियों से निकला जहरीला पानी गिरता है। उद्यमियों को भी सोचना होगा कि बुड्ढे दरिया का पानी पीने वाली भैंसों का दूध उनके घरों तक भी पहुंच रहा है। इसी जहरीले पानी में उगी सब्जियां भी खा रहे हैं। इस तरह देर-सबेर कैंसर उनके घरों तक भी पहुंचेगा। दूसरी तरफ, कैंसर की रोकथाम को उनकी संस्था दवाइयों का लंगर कैंप के दौरान लगाती है। ऐसे नेक काम उद्यमियों व आम लोगों को भी करने की जरुरत है। ताकि जरुरतमंदों को भी कैंसर से बचाया जा सके।