हमारे जाप, पाठ, प्रार्थना से हम ब्रह्मांड की शक्ति से जुड़ जाते है और हमें सफलता भी मिलती है – रमणीक बेदी

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लुधियाना 17  सितम्बर
श्री राम शरणम् , श्री राम पार्क के प्रमुख सन्त अश्वनी बेदी जी महाराज के सपुत्र रमणीक बेदी जी ने आज साप्ताहिक प्रार्थना सभा में कहा पूज्य श्री स्वामी सत्यानन्द जी महाराज हमे मार्ग दिखाते है कि

जब कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा और लगन से भगवान का नाम जपता है, पाठ करता है, या प्रार्थना करता है, तो भगवान याजक की पुकार जरूर सुनते हैं और उसे पूरा भी करते हैं।
यह कोई जादू नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरा आध्यात्मिक और मनोवैज्ञानिक रहस्य छिपा है।

श्रद्धा का महत्व –
सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि भगवान वही सुनते हैं जो सच्ची श्रद्धा से किया जाता है। जब हमारा मन शांत होता है, कोई स्वार्थ नहीं होता, और हम पूरी तरह से खुद को भगवान को समर्पित कर देते हैं, तो हमारी प्रार्थना एक शक्तिशाली ऊर्जा बन जाती है। यह ऊर्जा ब्रह्मांड में फैलती है और हमें सकारात्मकता से भर देती है। इस स्थिति में, हम जो भी मांगते हैं, वह ब्रह्मांड की शक्ति से जुड़ जाता है और हमें सफलता की दिशा में आगे बढ़ाता है।

सकारात्मक सोच और कर्म का संगम
पूज्य महाराज कहते है , जाप, पाठ, और प्रार्थना केवल शब्दों या कर्मकांडों तक सीमित नहीं हैं। वे हमारे अंदर सकारात्मक सोच और शुभ कर्म की भावना जगाते हैं।

जब हम भगवान से कुछ मांगते हैं, तो हमारा अवचेतन मन उस लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करता है। हम उस लक्ष्य को पाने के लिए खुद को तैयार करते हैं। प्रार्थना के बाद, हम अपने कर्मों को भी उसी दिशा में मोड़ते हैं। भगवान हमारी मदद तब करते हैं, जब हम खुद अपनी मदद करते हैं। यानी, प्रार्थना हमारे प्रयासों को बल देती है और हमें सही राह दिखाती है।

आंतरिक शांति और धैर्य

राम नाम के जाप और प्रार्थना से हमें आंतरिक शांति मिलती है। जब हमारा मन शांत होता है, तो हम जीवन की चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर पाते हैं। हममें धैर्य आता है, जो किसी भी बड़े लक्ष्य को पाने के लिए बहुत जरूरी है। कई बार हमें लगता है कि हमारी प्रार्थना का फल तुरंत नहीं मिल रहा है, लेकिन भगवान सही समय पर और सही तरीके से हमारी इच्छा पूरी करते हैं। हमें बस विश्वास और धैर्य रखना होता है।
इस तरह, जाप, पाठ और प्रार्थना भगवान और हमारे बीच एक सेतु का काम करते हैं। ये केवल कर्मकांड नहीं, बल्कि खुद को पहचानने, अपनी सोच को सकारात्मक बनाने और सही दिशा में कर्म करने का एक तरीका हैं। जब हम पूरे दिल से कुछ मांगते हैं, तो भगवान हमारी मदद के लिए खुद ही रास्ते बना देते हैं।

सभा में उपस्थित रहे श्रीमति सुदर्शन जैन, भाविका गुप्ता, श्वेता सहनान, साक्षी गंभीर, उषा कपूर, प्रेम लता, किरण खरबंदा, मंजू सोनी, श्री शशि गुप्ता, वीरेंद्र जैन, गुलाब राय, अमित सोनी व अन्य ।

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