लुधियाना 30 मार्च। लुधियाना कैनाल रोड पर गांव चकना पुली के पास एमडीबी ग्रुप की और से पाम जुमेरा नामक प्रोजेक्ट लाने के दावे किए जा रहे हैं। चर्चा है कि करीब एक महीना पहले एमडीबी ग्रुप द्वारा सिर्फ झूठ बोलकर मार्केट से करोड़ों रुपए इकट्ठे किए जा रहे हैं। हालांकि कंपनी द्वारा 250 एकड़ में प्रोजेक्ट लाने के दावे तो किए गए थे। लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी वे 10 प्रतिशत जमीन की रजिस्ट्री भी दिखा नहीं सके हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इतना समय बीतने के बावजूद भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मामले में कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा। वहीं चर्चा है कि इस प्रोजेक्ट की आढ़ में 10 हजार करोड़ का स्कैम किया जा रहा है। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर राजनेताओं तक की हिस्सेदारी है। वहीं लोगों में चर्चा है कि आखिर ग्लाडा द्वारा एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा। उनकी आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि वे सरेआम लोगों के साथ गलत कर रहे एमडीबी ग्रुप पर कार्रवाई करने से गुरेज किया जा रहा है। चर्चा है कि प्रशासन की इस चुपी से साफ जाहिर है कि कही न कही अधिकारियों की मिलीभगत से ही यह सब कार्य किए जा रहे हैं।
जमीनें खरीदने वाले भी भागीदार
जानकारी के अनुसार एक कंपनी द्वारा नामी प्रोजेक्ट लाने का दावा करके सरेआम लोगों को जमीनें बेची जा रही है। जिसके बावजूद कुछ लोग वहां पर जमीनें खरीद भी रहे हैं। ऐसे में कही न कही वे लोग भी इस स्कैम में भागीदार है, जो बिना रजिस्ट्री करवाए ही पैसा कंपनी को दे रहे हैं। उनकी और से ऐसा करके कंपनी को और लोगों के साथ ठगी करने का हौंसला बढ़ाया जा रहा है। फिर ठगी का शिकार होने पर उनके द्वारा कसूरवार प्रशासन को ठहरा दिया जाता है।
विपक्ष चुप, राजनेता फाइनेंसर होने की चर्चा
वहीं आए दिन विपक्ष द्वारा किसी न किसी बात को लेकर सरकार को घेरा जाता है, लेकिन जहां सरेआम लोगों के साथ गलत काम किया जा रहा है। वहां पर विपक्ष चुप बैठा है। चर्चा है कि ऐसे बड़े प्रोजेक्ट्स में कई राजनेता भी फाइनेंसर के तौर पर अपनी भूमिका निभाते हैं। इसी के चलते कई राजनीतिक पार्टियां इसमें बोलने से गुरेज करती है।
एमडीबी ग्रुप ने किया ट्रेंड सेट
चंडीगढ़ व जीरकपुर में कई प्रोजेक्ट्स मालिकों द्वारा इसी तरह लोगों से करोड़ों रुपए इकट्ठा करके उन्हें जमीन नहीं दी। जिस कारण प्रोजेक्ट तो डूबे ही साथ में लोगों का पैसा तो डूब गया। पहले तो रियल एस्टेट कंपनियों द्वारा 1-2 नियम तोड़े जाते थे। लेकिन एमडीबी ग्रुप ने पूरे तरीके से ही गलत काम करके नया ट्रेंड सेट कर दिया है। जिसमें पूरी तरह नियम तोड़ों और लोगों से पैसा इकट्ठा करो।
जहां सड़क नहीं, वहां पर बताई जा रही लोकेशन
चर्चा है कि एमडीबी ग्रुप की और से जहां अपने प्रोजेक्ट की लोकेशन बताई जा रही है, वहां पर सड़क तक नहीं है। जहां शहर की नामी कॉलोनियों में जमीन का रेट 50 हजार रुपए तक है, वहीं एमडीबी ग्रुप की और से जिस जगह सड़क तक नहीं है, वहां पर 60 हजार रुपए रेट रखकर सरेआम लोगों को लुटा जा रहा है। चर्चा है कि इस ग्रुप की और से ज्यादातर मोगा, फिरोजपुर, जगराओं, खन्ना समेत मंडियों के लोगों से पैसा इन्वेस्ट करवाया जा रहा है।
मीडिया व तंत्र से सेटिंग की चर्चा
वहीं चर्चा है कि ग्रुप की और से कई मीडिया कर्मियों और तंत्र के साथ सेटिंग करने की कोशिशें जारी है। क्योंकि कुछ दिन पहले शहर के कई अखबारों और मीडिया में इस ग्रुप द्वारा किए जा रहे स्कैम की खबरें प्रकाशित की गई थी। जिसके बाद से अफवाहें उड़ रही है कि ग्रुप द्वारा तंत्र को सैट कर लिया गया है।
क्या ग्लाडा सीए लेंगे एक्शन
वहीं अब सभी की नजरें ग्लाडा के सीए संदीप कुमार पर टिकी हुई है। लोगों द्वारा कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद ग्लाडा द्वारा एक्शन लिया जा सकता है। लेकिन अब देखना होगा कि ग्लाडा द्वारा इस स्कैम में कार्रवाई करके एक उदाहरण दी जाएगी या लोगों को ऐसे ही ठगी का शिकार होने के लिए छोड़ दिया जाएगा।