लाखों रुपए की कीमत से खरीदी गई मशीनों को चलाने के लिए किस शुभ मुहूर्त का किया जा रहा है इंतजार

मशीनों को चलाने के लिए किस शुभ मुहूर्त का किया जा रहा है इंतजार

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19 -अगस्त जीरकपुर

नगर कौंसिल जीरकपुर द्वारा लाखों रुपए खर्च कर करीब 10 महीने पहले खरीदी गई गोबर गोला मशीन धूल फांक रही है क्योंकि 10 महीने से इन मशीनों को एक बार भी नहीं चलाया गया।  यह मशीन गोबर से लंबे-लंबे डंडे बनाने के काम आती है जो की मृतक शरीर का संस्कार करने में प्रयोग किए जाते हैं और लकड़ी की भारी बचत होती है। यह मशीन पभात क्षेत्र में स्थित डंपिंग ग्राउंड में खड़ी है। इन मशीनों को चलाने के लिए मौके पर तीन ट्राली गोबर की भी व्यवस्था कर ली गई थी जो कि अब सूख चुका है।
इसके अलावा उसी जगह पर एक फराटा मशीन भी खड़ी खड़ी खराब हो रही है क्योंकि इसे भी पिछले चार महीने से चलाया नहीं जा रहा यह फराटा मशीन पॉलिथीन कचरे को साफ करने के लिए प्रयोग की जाती है। पॉलिथीन को साफ करने के बाद आगे अलग-अलग कंपनियों को बेच दिया जाता है। इस मशीन के न चलने के कारण डंपिंग ग्राउंड में भारी मात्रा में प्लास्टिक कचरा भी पड़ा हुआ दिखाई दे रहा है।

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फराटा मशीन पर पड़ा पानी का कैंपर कर रहा अधिकारियों का इंतजार :::

गोबर गोला मशीन तथा फराटा मशीन ना चलने के कारण अब सही प्रयोग करने की बजाय इनका प्रयोग अन्य कामों के लिए किया जा रहा है। फराटा मशीन के ऊपर एक पानी का कैंपर भी अधिकारियों का इंतजार कर रहा है कि कब अधिकारी इस मशीन को देखने आएंगे और उन्हें ठंडा-ठंडा पानी पिलाकर इन मशीनों को चलाने के लिए उत्सुकता पैदा करेगा। गोबर गोला मशीनों में भी अब गोबर की बजाय विभिन्न प्रकार का कचरा ही भरा हुआ दिखाई दे रहा है।

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इस बारे में संबंधित विभाग के
सेनेटरी इंस्पेक्टर रणजीत सिंह से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उनका फोन निरंतर बंद आ रहा था।

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