विदेश जाने के चाहवान पंजाबी ध्यान रखें ! पूरे सूबे में सिर्फ 212 रिक्रूयटमेंट ट्रैवल एजेंट ही रजिस्टर्ड

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सबसे ज्यादा 86 जालंधर के, 8 जिलों में कोई लाइसेंस नहीं, चल रहा फर्जीवाड़ा !

लुधियाना 11 फरवरी। पंजाब के ट्रैवल एजेंटों को लेकर केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। जिसके मुताबिक सूबे में सिर्फ 212 ही ऐसे ट्रैवल एजेंट हैं, जिनके पास वैध लाइसेंस है। पंजाब के 92 प्रतिशत ट्रैवल एजेंट अवैध रूप से काम कर रहे हैं। सिर्फ 8 प्रतिशत एजेंट ही केंद्रीय गाइड लाइन के अंडर आते हैं। सूबे के 8 जिलों में इमिग्रेशन के दफ्तर खोले बैठे किसी भी एजेंट के पास लाइसेंस नहीं है।
चौकस रहें, लेकिन भ्रमित ना हों : मितेश
हालांकि स्टडी अब्राड कंस्लटेंट एसोसिएशन के नेशनल प्रेसिडेंट मितेश मल्होत्रा इन आंकड़ों को नकारते हैं। उनके मुताबिक ये आंकड़े पुराने हैं। साथ ही जो आंकड़ों में बताए जा रहे हैं, ये ट्रेवल सब एजेंट नहीं, बल्कि हकीकत में रिक्रूयटमेंट एजेंट हैं। हालांकि उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए यही कहा कि फर्जी ट्रेवल एजेंटों के झांसे में कतई ना आएं। अगर किसी को भी विदेश जाना है तो उसको रजिस्टर्ड एजेंट या राज्य व केंद्र सरकार के जरिए इस बारे में अधिकारिक जानकारी हासिल करनी चाहिए।
वहीं, विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में 212 एजेंटों में से भी करीब 65 के लाइसेंस की मियाद समाप्त हो चुकी है। केंद्र सरकार इनके लाइसेंस भी अपने स्तर पर रद कर चुकी है। पंजाब के लगभग प्रत्येक जिले में बड़े स्तर पर अवैध रूप से ट्रैवल एजेंटों का काम चल रहा है। इससे धोखाधड़ी की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।
केंद्र सरकार लेगी एक्शन : केंद्र सरकार गुजरात, पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है। पंजाब के करीब आठ जिले ऐसे हैं, जिन जिलों का एक भी ट्रैवल एजेंट केंद्र की लिस्ट में पंजीकृत नहीं है। इन जिलों में श्री मुक्तसर साहिब, तरन तारन, फरीदकोट, पठानकोट, फिरोजपुर, मलेरकोटला, फाजिल्का और मानसा शामिल हैं। यहां बताते चलें कि, इन जिलों के कुल 2730 फर्जी ट्रैवल एजेंट केंद्र ने लिस्ट आउट किए हैं। जिनके खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियां कार्रवाई की तैयारी में हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इसका दावा किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों की फाइलों के आधार पर भी अलग से कार्रवाई की जाएगी।
जालंधर को माना जाता है सेफ जोन :
पंजाब में सबसे बड़ा लीगल ट्रैवल एजेंटों का काम जालंधर में किया जाता है। ऐसा केंद्र सरकारी की रिपोर्ट में दावा किया गया है। जालंधर के बाद मोहाली और फिर होशियारपुर में सबसे ज्यादा ट्रैवल एजेंट पंजीकृत हैं। जालंधर में सबसे ज्यादा कुल 86 लाइसेंस धार ट्रैवल एजेंट हैं। जिसमें से 16 के लाइसेंस की अवधि समाप्त हो चुकी है। जिनके लाइसेंसों का नवीनीकरण होने वाला है। साथ ही चार लाइसेंसों का रद भी किया गया है। दूसरे नंबर पर मोहाली में सबसे ज्यादा ट्रैवल एजेंटों के पास लाइसेंस हैं। मोहाली के कुल 31 ट्रैवल एजेंट ऐसे हैं, जोकि केंद्र के पास पंजीकृत हैं। उसके बाद होशियारपुर में 22, लुधियाना 20 और अन्य जगहों पर बाकी के लाइसेंस पंजीकृत हैं। फतेहगढ़ साहिब में एक एजेंट (लाइसेंस निलंबित), 2 संगरूर (एक का लाइसेंस रद्द), शहीद भगत सिंह नगर में 3 (एक का लाइसेंस समाप्त), मोगा जिले में 2, (एक का लाइसेंस समाप्त), कपूरथला में केवल 3 और पटियाला में एक पंजीकृत और बठिंडा में दो एजेंट पंजीकृत (दोनों लाइसेंस समाप्त) हैं।
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