लुधियाना में विपुल बेरी मैमोरियल ट्रस्ट ने सतगुरु लाल जी महाराज के जन्मदिवस पर कराया सत्संग समारोह

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

आयोजकों ने समागम में शामिल हुए श्रद्धालुओं का जताया आभार

लुधियाना 24 मार्च। यहां विपुल बेरी मैमोरियल ट्रस्ट की ओर से सतगुरु लाल जी महाराज के जन्मदिवस के पावन अवसर पर सत्संग का आयोजन चंडीगढ़ रोड पर किया। इस दौरान ट्रस्ट के प्रमुख जगदीश लाल बेरी की देखरेख में इस धार्मिक समागम को सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया।
इस अवसर पर नामी उद्यमी बीसी नागपाल ने सतगुरु लाल जी महाराज के शिष्यों का अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान सतगुरु स्वामी कमलेश महाराज और पुंजलाल महाराज के चरणों में बैठकर सतगुरु लाल जी का गुणगान किया गया। यह वार्षिक समारोह पिछले पांच साल से विपुल बेरी मैमोरियल ट्रस्ट की ओर से कराया जा रहा है। सत्संग समारोह में हर बार हजारों श्रद्धालु आते हैं। जिनके लिए ट्रस्ट की ओर से लंगर का आयोजन भी किया जाता है।
सत्संग समारोह को लेकर ने बताया कि इस दो दिवसीय समागम का समापन श्रद्धापूर्वक किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और गुरु महाराज का आशीर्वाद हासिल किया। इस मौके पर लाल जी परिवर के सभी सदस्यों का समागम में शामिल होने के लिए स्वागत किया। साथ ही सतगुरु लाल जी महाराज के शिष्यों का सत्संग में उपस्थिति के लिए आभार जताया।
————-

राष्ट्रीय खाद्यान्न संकट में, 4 लाख एकड़ जमीन जलमग्न, गुरमीत खुडियां ने केंद्र से तत्काल राहत की मांग की • कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। • खुदियां कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव को प्रदर्शित करता है • बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय पैकेज और प्रभावित किसानों को सहायता देने के लिए बढ़े हुए मुआवजे की मांग की गई।

राष्ट्रीय खाद्यान्न संकट में, 4 लाख एकड़ जमीन जलमग्न, गुरमीत खुडियां ने केंद्र से तत्काल राहत की मांग की • कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। • खुदियां कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव को प्रदर्शित करता है • बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय पैकेज और प्रभावित किसानों को सहायता देने के लिए बढ़े हुए मुआवजे की मांग की गई।