चंडीगढ़, 29 मई : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान बुधवार को ईएसआईसी अस्पताल, लुधियाना में तैनात सुखबीर सिंह और उसके साथी नवनीत कुमार, निवासी गुरू अर्जुन देव नगर, लुधियाना को 25000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ़्तार किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए राज्य विजीलैंस ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिमों को दिनेश कुमार निवासी गाँव फुल्लांवाल, जि़ला लुधियाना द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के आधार पर गिरफ़्तार किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को संपर्क करके बताया है कि उसको पता लगा था कि ईएसआईसी अस्पताल, भारत नगर चौक लुधियाना में ठेके के आधार पर लैबॉरेट्री टैक्नीशियन के पद भरे जाने हैं। इस सम्बन्धी वह ईएसआईसी अस्पताल की एचआर शाखा के सुखबीर सिंह को मिला, जिसने उसे अपने वॉट्सऐप नंबर पर शैक्षिक योग्यता के दस्तावेज़ भेजने के लिए कहा। शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि कुछ दिनों बाद किसी अनजाने व्यक्ति ने उसको समराला चौंक लुधियाना में मिलने के लिए बुलाया, जिसने उसको बताया कि उक्त सुखबीर सिंह ने अस्पताल में नौकरी दिलाने के लिए 1,10,000 रुपए की रिश्वत की माँग की है। इसके बाद सुखबीर सिंह ने भी उसे काम करवाने के लिए 1,00,000 रुपए का प्रबंध करने की बात भी कही।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक पड़ताल के बाद विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और उक्त मुलजिम सुखबीर सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में शिकायतकर्ता से 25,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया। इसके बाद मुख्य मुलजिम सुखबीर सिंह के एक साथी नवनीत कुमार को भी समराला चौक लुधियाना से गिरफ़्तार कर लिया।
इस सम्बन्ध में दोनों मुलजिमों के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7-ए और आइपीसी की 120-बी के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना लुधियाना में मुकदमा नंबर 23 तारीख़ 29.05.2024 को दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों मुलजिमों को कल अदालत में पेश किया जायेगा और पूछताछ के दौरान अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जायेगी।
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