100 करोड़ रुपये के खर्च से बनेगा AIIMS के टक्कर का अस्पताल
नैनी की पुरानी रौनक़ आएगी वापस
जनहितैषी, लखनउ/प्रयागराज, 23 जनवरी । भारत तथा उत्तर प्रदेश की जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या के प्रतिशत में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है, शहरों की ओर बढ़ते हुए पलायन के कारण नगरीय जनसंख्या को बेहतर अवस्थापना सुविधाएं तथा विकास के अवसर प्रदान करने की चुनौती है। अतः नगरीय निकायों को बेहतर अवस्थापना सुविधाएं यथा-पेयजल, सड़क, ड्रेनेज, पथ- प्रकाश आदि प्रदान करने के लिए वित्तीय एवं प्रशासनिक दृष्टिकोण से सुदृढ़ किये जाने की आवश्यकता है। वित्तीय सुदृढीकरण के लिए निकायों को विभिन्न वित्तीय स्रोर्तों से धनराशि की आवश्यकता होती है। विभिन्न वित्तीय स्रोतों से प्राप्त धनराशि के उपयोग में वित्तीय अनुशासन एवं प्रबन्धन एक महत्वपूर्ण कड़ी है। अतः निकायों में सुदृढ़ राजकोषीय प्रबन्धन बढ़ाने के लिए भारत सरकार की प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत म्युनिस्पल बांड निर्गत करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए धनराशि भी उपलब्ध करायी जा रही है।
उ0प्र0 के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि इस प्रकार नगर निगम प्रयागराज में रू0 50 करोड़, आगरा में रू० 50 करोड़ तथा वाराणसी में रु0 50 करोड़ के म्युनिस्पल बांड निर्गत करने की मंजूरी बुधवार को प्रयागराज महाकुम्भ में हुई कैबिनेट की बैठक में मिली है।
उक्त नगर निगमों द्वारा नगर निगम सदन का अनुमोदन प्राप्त करते हुए परियोजनाओं का चयन कर लिया गया है। इसके अंतर्गत प्रयागराज में नगर विकास विभाग 100 करोड़ रुपये के खर्च से ।प्प्डै के टक्कर का अस्पताल बनाएगा। यह ज़िले का पहला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल होगा।
साथ ही वाराणसी में अंडरग्राउंड पार्किंग सहित कमर्शियल काम्प्लेक्स का विकास किया जाएगा। आगरा में सोलर सिटी और वॉटर ट्रीटमेंट का कार्य किया जाएगा।