संगरुर में दिल दहला देने वाली वारदात, शातिर पुजारी गुमशुदा बता पंडित को परिजनों के साथ तलाशते रहे
संगरुर 3 मई। संगरुर के धुरी इलाके में दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। यहां दोहाला रेलवे फाटक के पास बगलामुखी मंदिर में बच्चों को पढ़ाने वाले युवा पंडित सुदीप का कत्ल कर उसकी लाश हवन कुंड के नीचे ही दफना दी गई। हत्या के आरोप में थाना सिटी धूरी पुलिस ने मंडिर के ही दो पुजारियों को नामजद कर मामला दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान परमानंद और अशोक शास्त्री है। इस घटना से दुखी और रोष में आए धुरी के तमाम कारोबारियों ने विरोध सरुप दुकाने बंद रखी। उनकी मांग है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ इतनी सख्त कानूनी कार्रवाई हो कि फिर कोई ऐसी जरुरत न कर सके।
दो दिन से घर नहीं आया था सुदीप
एसएचओ सौरभ सभरवाल ने बताया है कि परिवार के अनुसार सुदीप 2 मई से घर नहीं आया था। जब सुदीप घर नहीं लौटा तो परिजनों ने मंदिर जाकर पूछताछ की। वहां, मंदिर के पुजारी परमानंद ने बताया कि सुदीप 2 दिन से मंदिर नहीं आया है। इसके बाद सुदीप की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस को दी गई। मामला दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने मंदिर के पुजारी परमानंद से पूछताछ की तो उसके बयानों पर थोड़ा शक हुआ। इसके बाद पुलिस उसे थाने ले गई और वहां जाकर सख्ती से पूछताछ की। तब परमानंद ने बताया दिया कि उसने मंदिर के पुजारी अशोक शास्त्री के साथ मिलकर सुदीप कुमार की हत्या कर दी है। उसकी हत्या के बाद शव को हवनकुंड के नीचे दबा दिया। पुलिस ने अग्निकुंड के नीचे दबे शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा।
आरोपियों को शहर के अपराधियों का सपोर्ट
मृतक के पिता गुरिंदर कुमार ने कहा कि मारने वाले उनके बेटे की बलि देना चाहते थे। शहर के गुंडे की इन्हें सपोर्ट है, जो खुद को मंदिर का प्रधान कहता है। शहर के हर मंदिर पर इनका कब्जा है। इन्हें बाहर निकलना चाहिए। वहीं, मृतक के अन्य रिश्तेदार ने कहा कि आरोपी कल सारा दिन उनके साथ घूमते रहे और उन्हें गुमराह करते रहे। लोगों ने आज धुरी में दुकानों को बंद रखा है। उनका कहना है कि दुख सिर्फ परिवार महसूस कर सकता है, लेकिन धूरी उनके साथ खड़ा है। आज धूरी की दुकानें बंद रख कर लोगों ने रोष जाहिर किया है। आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।