पंजाब 4 दिसंबर। पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को गोल्डन टेंपल के गेट पर हुए हमले के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि जब वह 2009 में श्री आनंदपुर साहिब के सांसद थे, तब इस हमले का आरोपी नारायण सिंह चौड़ा उन्हें भी मारने की कोशिश कर रहा था। बिट्टू का कहना है कि यह चेतावनी उन्हें रोपड़ के तत्कालीन एसएसपी ने दी थी। आरोपी उन पर हमले की फिराक में अपनी गाड़ी में आरडीएक्स लेकर घूमता था। इसकी चेतावनी मिलने के बाद उन्होंने 3 दिन तक अपने कार्यक्रम रद्द किए थे। इसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया। बिट्टू ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लेकर भी कहा है कि उस समय वह भी आरोपियों को जेल से निकालने की और फांसी की सजा माफ करने की कहते थे। इसी वजह से आरोपी चौड़ा बाहर घूम रहा था। बता दें कि मई 2010 में अमृतसर पुलिस को रेलवे स्टेशन के पास एक मारुति कार से 2 किलो आरडीएक्स मिला था। यह आरडीएक्स नारायण सिंह चौड़ा का था। इसी मामले में चौड़ा वांटेड था। उसे 2010 में ही गिरफ्तार भी किया गया। अब उसी ने सुखबीर बादल को भी गोली मारने की कोशिश की है।
भगवान के घर में थे सुखबीर, इसलिए जान बची
बिट्टू ने अपने बयान में कहा है कि सुखबीर सिंह बादल की जान जो बची है, वह इसलिए बची है क्योंकि वह भगवान के घर में थे। उस अकाल पुरख ने उनकी रक्षा की। इन अकालियों से मैं हमेशा कहता था कि चाहे मेरे दादा जी के कातिल हों या कोई और हों, ये किसी के सगे नहीं हैं। एक दिन ये किसी को भी डंसेंगे।