निगम में सरकार के खिलाफ धरने में ‘कथित-समझौते’ पर सीनियर नेताओं पर भड़ास निकाल यूथ नेता ने, सुर्खियों में
लुधियाना, 7 अगस्त। पंजाब के सबसे बड़े नगर निगम लुधियाना के जोन-डी पर भाजपा नेता, कौंसलर और वर्कर कई दिन से धरना लगा रहे थे। वह शहर की जनसमस्याएं हल कराने की मांग कर रहे थे। कथित तौर पर इनके खिलाफ मेयर प्रोफेसर इंदरजीत कौर से गलत बरताव करने के मामले में पुलिस केस दर्ज करा दिया था।
इसके बाद भड़के बीजेपी कौंसलरों और नेताओं ने पंजाब और लुधियाना नगर निगम की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चाबंदी तेज कर दी थी। चर्चाओं के मुताबिक इस राजनीतिक-मामले में लुधियाना से जुड़े भाजपा के प्रांतीय और जिला स्तरीय नेता करीब हफ्ते भर धरना चलने से चिंतित थे। इसी दौरान गत दिवस मेयर ने धरने में शामिल एक नेता के खिलाफ पहले से ही पुलिस केस दर्ज होने का मामला उठा दिया था। जिसके चलते उस चर्चित नेता को राजनीतिक-संरक्षण देने वाले पार्टी के सीनियर ओहदेदार भी ‘बैकफुट’ पर आ गए। उन्होंने बीती रात धरना खत्म करने के लिए पर निगम में काबिज सत्ताधारी आम आदमी पार्टी से कथित-तौर पर ‘पैचअप’ कर लिया।
चर्चाओं के मुताबिक जिस चर्चित नेता ने इस ‘पैचअप’ के खिलाफ निगम में धरना स्थल पर सरेआम भड़ास निकाली, वहां तब कई सीनियर नेता और सैकड़ों वर्कर मौजूद थे। अब यही नेता सुर्खियों में है, जो पार्टी का एक कौंसलर बताया जा रहा है। चर्चा तो यह भी है कि उसने कभी खुद को राजनीतिक संरक्षण देने वाले एक प्रांतीय को ही चुनौती दी तो उन्होंने इसको ‘ठिकाने’ लगाने के लिए इंतजाम कर दिया। इस मौके पर पार्टी के जिला प्रधान पद के एक सशक्त दावेदार की मौजूदगी भी होने की चर्चा रही। ऐसे में बीजेपी के कर्मठ कार्यकर्ता भले ही खुलकर नहीं बोल रहे, लेकिन उनका मानना है कि पार्टी में सब कुछ ‘ठीक-ठाक’ नहीं चल रहा।
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