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दो नौजवानों ने बनाई टॉप कैन बेव्रिज कंपनी, फाउंडर लुधियाना से, महज छह  में महीने में ही मिल गया बेस्ट कॉन्सेप्ट अवॉर्ड

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कंपनी के पांच फ्लेवर वाले बेव्रिज में दो हैं इंडियन केन ढक्कन उतार ग्लास की तरह होती है इस्तेमाल

लुधियाना 17 सितंबर। औद्योगिक नगरी लुधियाना की एक नामी बिजनेस-फेमली से एक होनहार युवा उद्यमी तेजी से उभरकर सामने आए हैं। यह नौजवान निश्चय कौड़ा हैं, जिन्होंने फेमली-बिजनेस से हटकर कुछ ऐसा अलग किया कि अपनी कंपनी की शुरुआती दौर में ही खास पहचान बना ली। विदेश में पढ़े इस नौजवान ने अपने रुम-मेट के साथ एक ऐसा बिजनेस कान्सेप्ट तैयार किया कि बाद में दोनों ने मिलकर टॉप केन बेवरेजज नाम से कंपनी की शुरुआत कर दी। शुरुआत के महज छह महीने बाद ही फूड कन्वेजर इंडिया ने इनको नॉमिनेट करने के साथ ही इनको बेस्ट कॉन्सेप्ट अवॉर्ड से भी नवाजा।

कंपनी के उत्पाद की खासियत :

इनकी कामयाबी को लेकर यूटर्न टाइम ने कंपनी के फाउंडर निश्चय कौड़ा से खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि कंपनी ने कान्सेप्ट के पहले राउंड में जो बेव्रिज लॉन्च किया, वह प्रोडक्ट कॉकटेल फ्रेशर है। इसके कई फ्लेवर हैं। इसके लिए ही हमें नॉमिनेट कर अवॉर्ड भी दिया गया। दरअसल हमारे प्रोडेक्ट की केन तो 330 एमएल का है, लेकिन 250 एमएल ही भरी होती है, इसमें से 80 एमएल जगह खाली रहती है। कौड़ा बताते हैं कि केन का ढक्कन पूरी तरह बाहर निकल आता है। इसे वापस केन पर लगा इस हिलाने के बाद भी पी सकते हैं। ढक्कन उतारकर केन को ग्लास की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बस यही बेस्ट कॉन्सेप्ट की श्रेणी में लाने वाला आइडिया है। इस बेव्रिज में कॉकटेल जैसा ही फ्लेवर है, लेकिन यह नॉन-एल्कोहलिक है। अगर आप ड्रिंकर हैं तो इसे मॉकटेल बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

हौंसला बढ़ा अवॉर्ड मिलने से :

कौड़ा बताते हैं कि कंपनी के को-फाउंडर रौनक जायसवाल हैं, जो गुहावटी के हैं। वही पढ़ाई के दौरान रुममेट थे। हम दोनों ने ही कंपनी को मिला बेस्ट कांसेप्ट अवॉर्ड ली-मेरिडियन के ऑल इंडिया हैड-शेफ दविंदर कुमार और इंडियन फूड एंड कनोजेरियस एसोसिएशन के हैड मौंटू साहनी के हाथों हासिल किया। यह हमारे लिए फख्र की बात होने के साथ ही हौंसला बढ़ाने वाला बेशकीमती इनाम था।

लंबी कवायद के बाद आया कांसेप्ट :

निश्चय बताते हैं कि करीब ढाई साल से इस कॉन्सेप्ट पर काम कर रहे थे। फ्लेवर और दूसरी चीजों को लेकर ट्रायल चलते रहे। करीब छह महीने पहले प्रोडक्ट को लॉन्च किया था। किस्मत के साथ कड़ी मेहनत काम आई। इससे यह भी साबित होता है कि हम जो कर रहे हैं, पूरी लगन से करें। पेरेंट्स से यही सीखा जो भी करो, अपने बलबूते और शुरुआत से पूरी लगन के साथ करो। हम इसीलिए अलग हैं कि यह देश में पहला कॉन्सेप्ट है। हमारे प्रोडक्ट के साथ यह ग्राहकों के लिए मैसेज भी है कि हम कोई धोखा नहीं कर रहे। हमारी केन तो बड़ी है, लेकिन उसमें काफी स्पेस खाली भी है। यह इस प्रोडक्ट पर साफ लिखा है। इसका हमारे पास पेटेंट है, कोई कॉपी नहीं कर सकता

बड़ी कंपनी का ऑफर भी आया :

वह उत्साह से बताते हैं कि करीब दो महीने पहले से एक बड़ी कंपनी का ऑफर है, जो इस कॉन्सेप्ट को अपनाना चाहती है। हम इसे ऊपर तक ले जाएंगे। जिस कंपनी ने आफर किया, उनके प्रोडेक्ट मार्केट में हैं, लेकिन हमारे कॉन्सेप्ट से प्रभावित हुए। फिर भरोसे से कहते हैं कि उत्पाद का नाम टॉप केन इसलिए है कि यह टॉप प्रोडक्ट है। इसका टॉप यानि लैड ऊपर से पूरी तरह खुल जाता है।

आगे नए प्रोडक्ट लाएंगे :

निश्चय बताते हैं कि अभी हमारे प्रोडक्ट के पांच फ्लेवर हैं। तीन क्लासिक और दो इंडियन फ्लेवर हैं। क्लासिकल में गोल्ड-रश, कॉस्मोपॉलिटिन और सेक्सोंडबीच, जबकि इंडियन फ्लेवर्स में एक काला खट्‌टा जामुन फ्लेवर है तो दूसरा मैंगो-लिची वाला फ्लेवर है। दीवाली, दशहरा जैसे मौकों पर जल्द ही और भी प्रोडक्ट्स निकालेंगे। हम अपने प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग नार्थ बैल्ट में लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, चंडीगढ़, दिल्ली तक कर रहे हैं। महीने में औसतन 13 से 15 हजार केन तक सेल हो रही हैं। फीडबैक अच्छा है, लोग सलाह दे रहे हैं, जिनका टेस्ट है, वे औसतन 18-35 ऐज-ग्रुप से है। बड़ी उम्र के लोग भी फीडबैक दे रहे हैं। हमारी टीम में पंद्रह से बीस लोग हैं। हैड-आफिस आसाम में है और सब-आफिस दिल्ली व गुड़गांव में हैं।

कामयाबी का रास्ता ऐसे बना :

निश्चय बताते हैं कि रौनक मेरे कॉलेज में रुममेट थे। हमने चार साल साथ रहते कई बिजनेस कांसेप्ट पर काम किया। यह टॉप केन वाला कांसेप्ट वो पहला आइडिया था, जिस पर दिल लगाकर काम किया और कामयाबी मिली। निश्चय बताते हैं कि उनकी ग्रेजुएशन एसपी जैन स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट से 2022 में पूरी हुई। मेरे पिता और दादा ने सिखाया था कि सेल्फ-मेड मैन बनना है। युवाओं को यही संदेश है कि कोई आइडिया छोटा या बड़ा नहीं होता, सोचने की बजाए फौरन उस पर अमल करना चाहिए।

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