मंडी गोबिंदगढ़ 30 जनवरी। मंडी गोबिंदगढ़ की अमलोह रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच के मैनेजर पर व्यापारियों द्वारा रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं। व्यापारियों का आरोप है कि उनके एपीएमसी के खाते खुलवाने की एवज में सोने की तीन गिनी व 20 हजार रुपए कैश रिश्वत ली गई है। इस संबंध में व्यापारी अशोक कुमार और करण कुमार की और से एसएसपी मंडी गोबिंदगढ़ और बैंक ऑफ बड़ौदा के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर को लिखित में शिकायत भेजी है। जिसमें उनकी और से मैनेजर दविंदर सिंह उर्फ दविंदर कुमार पर कार्रवाई करने की मांग की है। जानकारी देते हुए अशोक कुमार और करण कुमार ने बताया कि उनका एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स का कारोबार है। उन दोनों की फर्में एपीएमसी (एग्रीकल्चर मार्केट कमेटी प्रोडक्ट) के तहत रजिस्टर्ड है। उनकी और से बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता खुलवाना था। जिसके लिए उन्होंने अमलोह रोड ब्रांच के मैनेजर दविंदर सिंह से मुलाकात की। जिसके चलते उन्होंने पहले दोनों फर्मों के खाते खुलवाने के लिए 10-10 हजार रुपए रिश्वत ली। जिसके बाद उनके खाते खुलवाए। अशोक कुमार ने बताया कि एपीएमसी के तहत खुलवाए खाते में एक करोड़ से ऊपर कैश विड्राल करने पर टीडीएस लगता है। लेकिन एपीएमसी के खाता में टीडीएस नहीं लगता। खाते खुलवाने के दौरान उन्होंने अपने एपीएमसी सर्टीफिकेट मैनेजर को दिए थे। इस दौरान मैनेजर ने 50 हजार रुपए प्रति अकाउंट रिश्वत मांगी। पैसे न देने पर उन्होंने खातों में एपीएमसी कोड बदल दिए। जिस कारण उन्हें टैक्स पड़ गया।
दीवाली पर ली तीन गिनी
वहीं अशोक कुमार और करण ने आरोप लगाया कि दीवाली के नजदीक मैनेजर दविंदर सिंह ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उच अधिकारियों को दीवाली देनी है, जिसके चलते उनसे तीन सोने की गिनी मांगी। बैंक खातों को सही रखने के लिए उन्होंने तीन गिनी मैनेजर को रिश्वत के तौर पर दे दी। जिसके बाद वह और रिश्वत मांगने लगा। जिससे परेशान होकर उन्होंने शिकायत दी। दोनों पीड़ितों ने कहा कि उनके पास रिश्वत मांगने के सबुत भी है।