अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो अक्सर टैरिफ को लेकर सख्त रुख के लिए जाने जाते हैं, अब चीन के प्रति कुछ नरम पड़ते दिख रहे हैं। इसके पीछे की वजह कोई राजनीतिक बदलाव नहीं, बल्कि ‘रेयर अर्थ मैग्नेट’ (Rare Earth Magnets) हैं — जो आधुनिक तकनीक के लिए बेहद अहम माने जाते हैं।
ट्रेड डील के पीछे तकनीकी चिंता
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और चीन के बीच चल रही व्यापार वार्ताएं सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण में अमेरिकी कमजोरियों को लेकर वाशिंगटन की चिंता को दर्शाती हैं। रेयर अर्थ मैग्नेट न केवल चिप उत्पादन बल्कि स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसीलिए ट्रंप प्रशासन चीन से आने वाले आयात पर शुल्क घटाकर 57 प्रतिशत से 47 प्रतिशत करने पर सहमत होता दिख रहा है।
अमेरिकी शुल्क से नहीं पड़ा असर
जीटीआरआई के आंकड़ों के अनुसार, चीन से अमेरिका को निर्यात मई 2025 में 28.8 अरब डॉलर से बढ़कर सितंबर 2025 में 34.3 अरब डॉलर पहुंच गया। इसका अर्थ है कि अमेरिकी टैरिफ का चीन के निर्यात पर खास असर नहीं पड़ा है।
रेयर अर्थ एलिमेंट: आधुनिक तकनीक की रीढ़
रेयर अर्थ एलिमेंट आज की सभ्यता की ‘अदृश्य शक्ति’ बन चुके हैं। ये 17 धात्विक तत्व स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक वाहनों, विंड टरबाइन से लेकर उन्नत सैन्य रक्षा प्रणालियों तक की तकनीक का आधार हैं। हालांकि ये तत्व पृथ्वी की पपड़ी में पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं, लेकिन इनके प्रसंस्करण (processing) की क्षमता कुछ ही देशों तक सीमित है — जिनमें चीन सबसे आगे है। यही कारण है कि अमेरिका अब इस क्षेत्र में अपनी निर्भरता घटाने और आपूर्ति श्रृंखला को सुरक्षित करने की कोशिश कर रहा है।
 
								 
				 
											




