सब-हैडिंग——
माकूल जवाब नहीं मिलने पर किसान नहीं करने
दे रहे बीजेपी को प्रचार, वोट भी डालने से इंकार
लुधियाना, बठिंडा/13 अप्रैल। पंजाब में लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान आंदोलित किसान लगातार भाजपा का संकट बढ़ा रहे हैं। किसान किसी भी हल्के में प्रचार करने आने वाले बीजेपी के उम्मीदवारों व पार्टी के नेताओं का घेराव के साथ मनोवैज्ञानिक दबाव भी बना रहे हैं।
नई रणनीति के तहत संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा के लिए 11 सूत्रीय सवालों का एजेंडा तैयार किया है। इस एजेंडे में दिल्ली आंदोलन के दौरान किसानों पर हुए जुल्म, युवा किसान शुभकरण की हत्या, एमएसपी की कानूनी गारंटी, लखीमपुर खीरी कांड, कर्जा माफी, बिजली संशोधन बिल, चुनाव बॉन्ड के भ्रष्टाचार और साईलोज बनाने जैसे अहम मुद्दे शामिल किए गए हैं।
किसान जत्थेबंदियां अपने नेटवर्क के जरिए सूबे के तमाम शहरों-कस्बों तक इस 11सूत्रीय एजेंडे के बाकायदा फ्लैक्स बनवाकर पब्लिक प्लेस पर भी लगा रहे हैं। ताकि आम लोग भी उनके सवालों को पढ़ें और बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में मदद मिल सके। इसी मुहिम के तहत बठिंडा जिले के गांव गोबिंदपुरा में भारतीय किसान यूनियन एकता-डकौंदा, धनेर गांव इकाई गोबिंदपुरा की ओर से इस एजेंडे के फ्लेक्स गांव के बस स्टैंड व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए।
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