दुखद : माछीवाड़ा साहिब के निजी अस्पताल में वहां नौकरी करने वाले नौजवान ने खुदकुशी की

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दो बहनों के इकलौते भाई ने जान गंवाने से पहले पिता के नाम पर सुसाइड नोट में लिख-सॉरी बोला

खन्ना 11 अक्टूबर। यहां माछीवाड़ा साहिब इलाके में एक निजी अस्पताल में नौकरी करने वाले युवक ने वहीं फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने जान गंवाने से पहले अपने पिता के नाम सुसाइड नोट लिखकर सॉरी बोला।

जानकारी के मुताबिक मरने वाला युवक 22 वर्षीय जसप्रीत सिंह राणवां गांव का रहने वाला था। उसकी जेब से सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें किसी को भी सुसाइड के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। सुसाइड नोट के अंत में लिखा है कि डैडी सॉरी मैं काबिल नहीं बन पाया..। जसप्रीत सिंह दो बहनों का इकलौता भाई था। करीब 6 साल से अस्पताल में नौकरी करके परिवार का गुजारा चला रहा था।

रात अपने माता पिता को दवाई देने के बाद ड्यूटी पर गया। सुबह अस्पताल में मरीजों को ड्रिप लगाए। गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका। इसके बाद जसप्रीत सिंह को अस्पताल के कमरे में पंखे से लटकते देखा गय। दिलीप सिंह के मुताबिक जसप्रीत सिंह उनके बेटे के अस्पताल में काम करता था। सुबह देखा गया कि वह फंदे से लटक रहा था। कुछ सांस चल रही थी तो जसप्रीत को उतारकर दूसरे अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टर ने उसे मृत करार दिया। करीब 6 सालों से जसप्रीत काम करता आ रहा था। कभी भी किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई, ना जाने उसने यह खौफनाक कदम क्यों उठाया। पुलिस भी सुसाइड के कारण जानने में जुट गई।

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