अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों के साथ ‘काला-पानी’ जैसा बरताव : तिवारी

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चंडीगढ़ के कांग्रेसी सांसद बोले, अमेरिकी सैनिक बेड़ियों में जकड़कर भारतीय, विदेश मंत्री लगे ट्रंप सरकार के प्रवक्ता

चंडीगढ़ 7 फरवरी। अमेरिका द्वारा हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर लाए 104 भारतीयों के मुद्दे ने देश की सियासत गरमा दी है। कांग्रेसी इस मुद्दे को सड़क से लेकर संसद तक उठा रही है। इसी बीच चंडीगढ़ के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा।

उन्होंने कहा कि देश के विदेश मंत्री ने जिस तरह से राज्यसभा और लोकसभा में बयान दिया है, उससे यह साफ नहीं हो रहा है कि वह भारत के विदेश मंत्री या ट्रंप सरकार के प्रवक्ता है। जिस तरह से भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर लाया गया है, उससे ऐसा लग रहा है जैसे भारत की आजादी के समय अंग्रेज स्वतंत्रता सेनानियों को काला पानी ले जाते थे। तिवारी जब चंडीगढ़ नगर निगम भवन पहुंचे तो मीडिया ने उनसे सवाल किया कि अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए लोगों के विमान के अमृतसर में उतरने पर राजनीति गर्मा गई है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि इस तरह से विमान को उतारकर पंजाब को बदनाम करने की कोशिश की गई है।

इसके जवाब में सांसद तिवारी ने कहा कि जो कुछ भी हुआ, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है। समझ में नहीं आता कि जयशंकर भारत के विदेश मंत्री या ट्रंप सरकार के प्रवक्ता हैं। कल उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा में जिस तरह का बयान दिया। इस बात को सही ठहराया कि हथकड़ी-बेड़ियां लगाना बिल्कुल सही है। इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय कुछ नहीं हो सकता। उनके भाषण में निंदा का एक भी शब्द नहीं था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीयों के साथ ऐसा बरताव किया गया, जैसे अंग्रेज भारत के फ्रीडम फाइटर को काले पानी में लेकर जाते थे। वह लोग कोई क्रिमिनल नहीं है। उन्हें यहां पर कोई मौका नहीं मिलता, इसलिए वह वह बाहर गए।

आज तक इस बात का जवाब भारत सरकार की तरफ से नहीं आया है, क्या अमेरिका का जो कानून है, क्या लोगों को डिपोर्ट करते समय उसका पालन किया गया या नहीं। हथकड़ी, बेडियां लगाकर चालीस घंटे उन्हें खाना-पानी तक देना तो दूर शौचालय की सुविधा तक नहीं दी गई।

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