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अब तक अटारी के रास्ते अफगानिस्तान से सबसे ज्यादा 3700 करोड़ का इंपोर्ट

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बिजनेस-रिकॉर्ड : इस बार 3700 सौ करोड़ रुपये का इंपोर्ट, 2024-25 में 4000 करोड़ की उम्मीद

लुधियाना 8 जुलाई। कारोबारी जगत से एक अच्छी खबर सामने आई है। भारत-पाक सीमा पर अटारी स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट यानि आईसीपी के रास्ते भारत ने अफगानिस्तान से इंपोर्ट का रिकॉर्ड बनाया है।

जानकारी के मुताबिक साल 2023-24 के दौरान भारत ने अफगानिस्तान से 3700 करोड़ रुपये का आयात किया। जो अब तक का सर्वाधिक कारोबारी-आयात है। इससे पहले पिछले साल 3600 करोड़ का आयात हुआ था। सबसे अहम पहलू यह है कि अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार होने के बावजूद कारोबार में इजाफा हो रहा है। साल  2017-18 में आईसीपी के जरिए 3400 करोड़ रुपये का आयात अफगानिस्तान से हुआ था। हालांकि तब यह पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों देशों से था। जबकि अब 3700 करोड़ रुपये का आंकड़ा अकेले अफगानिस्तान से आयात का है। फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच कारोबार बंद चल रहा है।

तालिबानी शासन से डरे थे कारोबारी : बता दें कि जब अफगानिस्तान में तालिबानी शासन आया था तो व्यापारियों के मन में पेमेंट को लेकर डर था। हालांकि मौजूदा वक्त सारे पेमेंट बैंकों के जरिए हो रहे हैं। लिहाजा भारतीय कारोबारियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आ रही। यहां काबिलेजिक्र है कि अफगानिस्तान से भारत किशमिश, अखरोट, बादाम, अंजीर, ताजे फल जैसे अनार, सेब, चेरी, खरबूजे, तरबूज और मसाले जैसे हींग, जीरा और केसर आदि इंपोर्ट करता है। इसके अलावा दवाइयों में इस्तेमाल होने वाली जड़ी-बूटियां भी वहां से इंपोर्ट होती हैं।

इंपोर्ट-ग्राफ और बढ़ने के आसार : आईसीपी की स्थापना साल 2012 में हुई थी। पहले साल आईसीपी पर 1748 करोड़ रुपये का इंपोर्ट हुआ था। इसके बाद 2018-19 में 3400 करोड़, 2019-20 में 2544 करोड़, 2020-21 में 2639 करोड़, 2021-22 में 2977 करोड़ और 2022-23 में 2212 करोड़ रुपये का आयात हुआ था। 2024-25 में यह आंकड़ा 4000 करोड़ के ऊपर जाने की उम्मीदें हैं। जबकि पुलवामा हमले के बाद अगस्त, 2019 से पाकिस्तान के साथ भारत का व्यापार बंद है। पाकिस्तान से मुख्य रूप से जिप्सम और सीमेंट ही इंपोर्ट होता था। वैसे तो टमाटर भी वहां से इंपोर्ट होता था।

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