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गलत गतिविधियों में शामिल जिस नेता को पार्टी ने पद से हटाया, उसी के परिवार को दे डाली टिकट, 20 दिन पहले हुआ पर्चा दर्ज, चहेतों को टिकट देने के आरोप

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अपने ही उछालने में लगे कमल पर कीचड़

(राजदीप सिंह सैनी)

लुधियाना  11 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी की और से नगर निगम चुनाव के मद्देनजर लुधियाना में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी की और से अपनी पहली लिस्ट जारी करते हुए 92 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। लेकिन अभी बाकी वॉर्डों के उम्मीदवारों का ऐलान करना बाकी है। पार्टी नेताओं का कहना है कि जल्द दूसरी लिस्ट भी जारी की जाएगी। हालांकि बता दें कि भाजपा की और से अपने 92 उम्मीदवारों की तो बेशक लिस्ट जारी कर दी है। लेकिन इसमें कई नेता तो ऐसे हैं, जिन्हें गलत गतिविधियों में शामिल होने के चलते खुद ही पार्टी के जिला प्रधान रजनीश धीमान द्वारा पद से हटाया गया था। जबकि अब उसी नेता के परिवार वालों को टिकट भी दे डाली। बता दें कि भाजपा की और से नेता जतिंदर गोरियान को कुछ महीने पहले ही पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा एससी मोर्चा के पद से हटाया गया। लेकिन अब जतिंदर गोरियान की पत्नी रूबी गोरियान को ही पार्षद पद की उम्मीदवार घोषित कर दिया है। हालांकि अक्सर ही पार्टी के नेताओं द्वारा साफ दामन वाले नेताओं को आगे लाने के दावे किए जाते हैं। लेकिन इस टिकट के बाद कही न कही नेताओं के दावे गलत साबित होते हुए नजर आ रहे हैं।

वॉर्ड 17 से दी गई है टिकट

जानकारी के अनुसार बीजेपी की और से जतिंदर गोरियान की पत्नी रूबी गोरियान को नगर निगम चुनाव में वॉर्ड 17 से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया गया है। भाजपा की और से निगम चुनाव की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। उम्मीदवारों की जारी की लिस्ट में कई नए चेहरे सामने लाए गए हैं। जबकि कई आखिरी निगम हाउस में सीटिंग पार्षद रह चुके नेताओं को दोबारा से उम्मीदवार घोषित किया है।

जिला प्रधान ने खुद ही पद से हटाया था

बता दें कि जतिंदर गोरियान पहले भाजपा एससी मोर्चा के जिला अध्यक्ष थे। लेकिन करीब सात महीने पहले ही भाजपा जिला प्रधान रजनीश धीमान की और से गलत गतिविधियों में शामिल होने के आरोप के तहत जतिंदर गोरियान को पद से हटा दिया था। जिसके बाद अजय पाल को एससी मोर्चा का जिला प्रधान बनाया गया था। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि खुद पद से हटाने के बावजूद आखिरी जिला कमेटी द्वारा कैसे उन्हें टिकट दे दी गई।

20 दिन पहले ही हुआ है पर्चा दर्ज

वहीं जतिंदर गोरियान पर 20 दिन पहले ही मामला दर्ज हुआ है। बता दें कि जतिंदर गोरियान 21 नवंबर को अपनी कार में सवार होकर जा रहा था। गांव पक्खोवाल चौक के पास सीट बेल्ट न लगाने के चलते ट्रैफिक पुलिस मुलाजिम ने उसे रोका। पुलिस का आरोप है कि इस दौरान जब मुलाजिम उसका चालान करने लगे तो जतिंदर ने कार सड़क के बीच खड़ी करके ड्यूटी में बांधा डाली और मुलाजिमों से बदसलूकी की। जिसके चलते थाना सदर पुलिस ने जतिंदर समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

वॉर्ड 9 से जिला कमेटी पर चहेतों को टिकट देने के आरोप

वहीं तीन बार पार्षद रह चुके फैंटा परिवार की पार्टी द्वारा टिकट काट दी गई है। वॉर्ड 9 से दीक्षा बत्रा को टिकट दी गई है। हरबंस लाल फैंटा ने जिला भाजपा कमेटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसके चलते अब हरबंस लाल की पत्नी सुनीता हरबंस लाल फैंटा आजाद चुनाव लड़ेगीं। उनका आरोप है कि कमेटी के कुछ सदस्यों द्वारा जानबूझकर उनकी टिकट काटी गई है। उन्हीं सदस्यों द्वारा वॉर्ड 83 समेत कई वॉर्डों में इसी तरह खिलारा डाला गया है। फैंटा ने कहा कि अविनाश राय खन्ना और केवल ढिल्लों उन्हें टिकट देना चाहते थे, लेकिन कुछ कमेटी सदस्य अपने करीबियों को टिकट दिलाना चाहते थे। उसी कमेटी सदस्यों द्वारा दविंदर जग्गी की टिकट काटी गई है।

ऑफिस किसी के बाप का नहीं, प्रधान आते जाते रहते हैं

बीजेपी जिला उपाध्यक्ष पंकज जैन की और से भी भाजपा के जिला प्रधान को लेकर जमकर भड़ास निकाली। उनकी और से अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की है। जिसमें लिखा कि भाजपा ऑफिस किसी के बाप का

 नहीं है। ऑफिस बीजेपी कार्यकर्ताओं का है। यह ऑफिस किसी प्रधान का नहीं है, वे तो आते जाते रहते हैं। इस पोस्ट में पंकज जैन की और से पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह व जिला प्रधान रजनीश धीमान को टैग भी किया गया है।

लापरा की पार्टी ने टिकट कटी

कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए परविंदर सिंह लापरा की पार्टी द्वारा निगम चुनाव में टिकट काट दी गई है। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए लापरा को वाई सिक्योरिटी मिली थी। चर्चा है कि लापरा रेलवे राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के कंजिन है। चर्चा यह भी बै कि दो दिन पहले लापरा की और से लोगों से कहा जा रहा था कि पार्टी द्वारा उन्हें दो सीटें दी जा रही हैं। जिसके बाद बात यह आई के एक परिवार में दो सीटें नहीं दी जा सकती। लेकिन दो लेते लेते एक सीट पर से भी गए।

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