मंडी गोबिंदगढ़ में स्टेट जीएसटी विभाग द्वारा बोग्स बिलिंग खिलाफ तीन फर्मों पर रेड करने का मामला
लुधियाना 4 दिसंबर। मंडी गोबिंदगढ़ में बोग्स बिलिंग करने वाली तीन फर्मों पर स्टेट जीएसटी विभाग की और से रेड की गई थी। यह रेड श्री कृष्णा स्टील री रोलिंग मिल, आरती स्टील रोलिंग मिल और प्राइम स्टील इंडस्ट्रीज गोदाम पर हुई थी। इस मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। पता चला है कि उक्त जाली फर्में चलाने वाले ठगों द्वारा शहर की नामी कंपनियों के साथ मिलते जुलते नाम रखे थे। ताकि लोग उन पर आसानी से यकीन कर लें। ठगों की और से नामी कंपनियों की साख का सहारा लेकर अपनी बोग्स बिलिंग को अंजाम दिया जा रहा है। इस कारण से जिन कंपनियों द्वारा 35 साल मेहनत करके अपनी लोगों में अच्छी साख बनाई, उन पर भी अब लोग शक करने लगे हैं। लोग उनसे भी कारोबार करने में कतरा रहे हैं। हालांकि इस मामले में जीएसटी विभाग की और से कोई खुलासा नहीं किया जा रहा है। चर्चा है कि मामले में काफी राजनीतिक दबाव है। जिसके चलते मामले में अभी तक अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। चर्चा है कि यह बोग्स बिलिंग करीब 300 करोड़ रुपए की है।
मामले का खुलासा होने पर कारोबार जगत में हलचल
जानकारी के अनुसार पहले इस मामले को लगातार दबाने का प्रयास किया जा रहा था। जिसके चलते लोगों को इसके बारे में पता नहीं चल सका। लेकिन अब इस स्कैम का खुलासा होने के बाद कारोबार जगत में लगातार हलचल मची हुई है। इस मामले को लेकर बुधवार लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़ और खन्ना में काफी हलचल देखने को मिली।
पूरा दिन आते रहे लोगों के फोन
इस संबंध में श्री कृष्णा स्टील रोलिंग मिल के राजीव गोयल ने बताया कि कि रेड श्री कृष्णा स्टील री रोलिंग मिल में हुई है। लेकिन लोग उनकी फर्म का नाम समझ रहे हैं। जिसके चलते पूरा दिन उन्हें हाल जानने को लोगों के फोन आते रहे और पूरा दिन लोगों को स्पष्टीकरण देते रहे। इसी तरह बाकी कंपनियों को भी दिक्कत आती रही।
खन्ना का बताया जा रहा किंगपिन
चर्चा है कि उक्त बोग्स बिलिंग की फर्में चलाने वाला मुख्य किंगपिन खन्ना का रहने वाला है। जिसके चलते खन्ना में भीइस मामले की काफी चर्चा रही। बताया जा रहा है कि उक्त किंगपिन एक बाहुबली है। चर्चा है कि इसी के चलते कई मंत्रियों का भी मामले में काफी प्रेशर है, ताकि किसी तरीके से मामला दबाया जा सके। क्योंकि इस मामले में टैक्स चोरी भी बड़े लेवल पर हुई है।
अफसरों को भी ऑफर की चर्चाएं
चर्चा है कि इस मामले में किंगपिन समेत कई लोगों द्वारा अफसरों को भी ऑफर की गई कि वह आरोपियों को पकड़ने की जगह साथ दें, जबकि उन्हें क्लीन चिट दे दी जाए। लेकिन सभी अधिकारी भ्रष्ट नहीं होते। इसके चलते अफसरों द्वारा अपनी ईमानदारी छवि के तहत कार्रवाई कर दस्तावेजों को जब्त किया है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे एफआईआर कब तक होगी।
कई फर्में विभाग की रडार पर
चर्चा है कि उक्त फर्जी फर्मों द्वारा लुधियाना व मंडी गोबिंदगढ़ की नामी फर्में को भी बिलिंग की गई है। अब वह फर्में भी विभाग की रडार पर है। मामले की जांच में पता चल पाएगा कि आखिर फर्मों की बोग्स बिलिंग में कोई मिलीभगत तो नहीं थी। लेकिन चर्चा है कि इस ठगी का खुलासा होने के चलते उक्त फर्म मालिक भी कापी टेंशन में है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मंडी गोबिंदगढ़ में कुछ लोगों द्वारा प्रवासियों के आईडी प्रूफ पर जीएसटी नंबर ले रखे थे। उक्त नंबर के आधार पर जाली फर्में चलाकर बोग्स बिलिंग की जा रही थी। इन फर्मों से कई सो करोड़ की बिलिंग हुई। जब जीएसटी विभाग ने रेड की तो पता चला कि फर्मों का जो एड्रेस दिया है, वहां फर्में है ही नहीं थी। जबकि उसकी जगह बंद दुकानें थी।
अभी मामले की चल रही जांच
वहीं इस मामले में स्टेट जीएसटी विभाग फतेहगढ़ साहिब की एईटीसी जीतपाल कौर ने बताया कि अभी मामले की इन्वेस्टिगेशन जारी है। जिसके चलते अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। जब उन्हें फर्मों द्वारा मिल लीज पर लेने का सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी यह जांच का विषय है। जल्द पूरे मामले को मीडिया के सामने लाया जाएगा।