लुधियाना 22 जुलाई। नूरवाला रोड की मच्छी कॉलोनी में तीन पक्के दोस्त अपने एक अन्य दोस्त को घर से जिम पर जाने की बात कहकर ले गए। जिसके बाद उसके हाथ-पांव बांधकर आंख के ऊपर सिर में गोली मार दी। अगली सुबह लोगों ने युवक को खून से लथपथ देखा। जिसके बाद परिवार द्वारा उसे पीजीआई दाखिल कराया गया। जहां सिर की स्कैन करने पर युवक के सिर में गोली फंसी दिखी। जिसका ऑपरेशन करके गोली को निकाला गया है। लेकिन युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के मुताबिक युवक की दाई आंख की रोशनी पूरी तरह से जा चुकी है। जख्मी युवक गांव नूरवाला का दीपू है। थाना मेहरबान की पुलिस ने गांव नूरवाला के विक्की की शिकायत पर मच्छी कॉलोनी के गुनीत सिंह, अमनदीप और सोनू के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। एएसआई सुरजीत सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता विक्की जख्मी दीपू का बड़ा भाई है। विक्की के अनुसार दीपू फैक्ट्री में फोलडिंग का काम करता है।
10 मिनट में आने की कही थी बात
विक्की ने बताया कि दीपू जिम जाता है। जिसके चलते गुनीत, अमनदीप और सोनू उसे घर से जिम लेकर जाने के लिए आए। रात करीब आठ बजे वह चारों जिम के लिए चले गए। जिसके बाद साढ़े 9 बजे के करीब दीपू के घर न आने पर विक्की ने उसे फोन किया। उसने 10 मिनट में आने की बात कही। लेकिन 10 बजे तक न आने पर घरवालों ने फोन किया। जिसके बाद उसका नंबर बंद आने लगा। घरवालों ने आरोपियों को फोन किया। लेकिन उनका फोन भी नहीं लगा।
हाथ-पांव बांधकर मारी हुई थी गोली
विक्की ने बताया कि पूरी रात दीपू का मोबाइल बंद आता रहा। 16 जुलाई की सुबह करीब साढ़े छह बजे एक बच्चा घर पर आया। जिसने बताया कि दीपू मच्छी कॉलोनी में बेहोश पड़ा है। जब विक्की ने मौके पर जाकर देखा तो दीपू के हाथ पांव बांधे हुए थे। जबकि वह गंदगी में पड़ा दर्द से तड़प रहा था। उसकी दाई आंख के ऊपर गहरा जख्म था। जब अस्पताल ले जाकर स्कैन कराया तो पता चला कि सिर में गोली लगी है।
घर में आकर आराम करते व खाते पीते थे आरोपी
विक्की के अनुसार तीनों आरोपी उसके भाई दीपू के पक्के दोस्त थे। वह रोजाना घर पर आते थे। जबकि खाना पीना भी खाते थे। लेकिन अभी तक पता नहीं चल सका कि आखिर उन्होंने दीपू को गोली क्यों मारी है। उनकी और से इलाके के सीसीटीवी कैमरे चैक किए जा रहे है। जिसके बाद ही पता चलेगा कि आखिर वारदातें कैसे और कब हुई। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रेड जारी है। उनकी गिरफ्तारी के बाद वारदात का कारण पता चल सकेगा।