जनहितैषी, 15 नवम्बर, लखनउ/वाराणसी। वाराणसी में आज कार्तिक पूर्णिमा का स्नान चल रहा है। दशाश्वमेध घाट समेत गंगा के सभी घाट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। दूर-दराज से आकर लोग दान-पुण्य और ध्यान-भजन कर रहे हैं। सुबह 7 बजे तक करीब 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान कर लिया। रात से ही यहां श्रद्धालुओं की लाइन लग गई थी। सुबह 4 बजे से श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं। आज यूपी के साथ ही बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों से लोग गंगा स्नान करने आए हैं।देव दीपावली पर आए पर्यटक भी गंगा स्नान करने का मौका नहीं चूक रहे। नारायण गुरु कहते हैं कि स्नान का सबसे ज्यादा महत्व काशी में है। प्रयागराज त्रिवेणी संगम छोड़कर लोग गंगा नहाने काशी आते हैं।
काशी में गंगा स्नान का सबसे ज्यादा महत्व पंचगंगा घाट पर है। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा पर सूर्य के उगने से पहले जो स्नान करता है। उसके पाप तो कटेंगे ही साथ ही उसके भाग्य भी उदय होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था की बात की जाए तो जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं गोदौलिया चौराहे से लेकर बाबा विश्वनाथ गेट नंबर 4 तक एवं गंगा द्वार तक बैरिकेटिंग लगाकर गंगा में लोगों को एलाउंसमेंट के जरिए बताया जा रहा है कि आप लोग बैरिकेटिंग के अंदर ही स्नान करने अन्यथा घटना भी घट सकती है गंगा घाटों पर जल पुलिस, एनडीआरएफ के जवानों को भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाया गया है सुबह से ही एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक भी श्रद्धालुओं की सहायता के लिए खुद कमान संभाल कर श्रद्धालुओं की मदद कर रही है और लोगों को बता रही हैं कि अगर किसी को किसी प्रकार की दिक्कत हो तो वह जाकर नजदीकी थाने पर या चौकी प्रभारी या हमें खुद अवगत कराये हम उसको सुविधा मुहैया कराएंगे बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए भी सुबह से श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा हुआ है जो श्रद्धालु गंगा स्नान कर रहे हैं वह बाबा विश्वनाथ का भी दर्शन करने के लिए जा रहे हैं बाबा विश्वनाथ दरबार में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं