रमजान शरीफ महीने की अहमियत समझाई
शाही इमाम ने नमाजियों को खिताब करते
लुधियाना/5 अप्रैल। महानगर में पवित्र रमजान शरीफ महीने के अलविदा जुमा के मौके पर फील्डगंज चौक स्थित ऐतिहासिक जामा मस्जिद में हजारों मुसलमानों ने नमाज अदा की। नमाजियों की भारी तादाद को देखते हुए शाहपुर रोड पर नमाज के लिए विशेष प्रबंध किए गए।
इस मौके पर संबोधित करते हुए शाही इमाम मौलाना उसमान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि रमजान शरीफ का महीना अल्लाह ताआला से इश्क और मोहब्बत का महीना है। इस मुबारक महीने में बंदा खुदा और उसके रसूल सल्ललाहु अलैहीवसल्लम से अपने इश्क का इकाहार करते हुए गुनाहों से तौबा करता है। उन्होंने कहा कि रमजान के कुछ रोजे अभी बाकी है, हमें चाहिए कि इस वक्त की खूब कद्र करे और ज्यादा से ज्यादा इबादत में लगे रहें। खुले दिल से गरीबों की मदद करें, क्योंकि खुदा ने हमें देने वालों में रखा है न कि लेने वालों में।
मौलाना उसमान ने कहा कि आपसी रंजिशों को खत्म करके एक-दूसरे से मोहब्बत का इकाहार करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि मुसलमान इस आग उगलती गर्मी में भी तकरीबन 16 घंटे भूखा-प्यासा रह कर अपने रब के हुक्म का पालन करता है। यहां काबिलेजिक्र है कि आज पवित्र रमजान शरीफ का आखिरी जुमा था। शहर की सभी मस्जिदों में लाखों की संख्या में नामाजी एकत्रित हुए। शाही इमाम मौलाना उसमान रहमानी लुधियानवी ने बताया कि शहर भर की अलग-अलग मस्जिदों में 5 लाख से ज्यादा मुस्लमानों नें अलविदा जुमे की नमाज अदा की।
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