लखनऊ 10 अक्टूबर : मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह एवं पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश दिये।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में किसी भी स्थिति में साम्प्रदायिक सौहार्द नहीं बिगड़ने देना है। आज शाम से ही पुलिस और प्रशासन की उपस्थिति सार्वजनिक स्थलों पर दिखनी चाहिये। कमिश्नर व एडीजी, डीएम व एसएसपी, एडिशनल एसपी व एडीएम अर्थात लगातार पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में अलग-अलग दिन फोर्स के साथ ज्वाइंट फुट पेट्रोलिंग की जाये। शहरों, कस्बों व खासतौर पर उन इलाकों में जहां पर पण्डाल आदि लगे हुए हैं, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा फ्लैग मार्च भी किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बीट प्रणाली का रिव्यू कर इसे और सुदृढ़ बनाया जाये। पीआरवी वाहन लगातार भ्रमणशील रहें, उनकी उपस्थिति सड़कों पर दिखनी चाहिये। त्योहारों के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों का अवकाश स्वीकृत न किया जाये।
उन्होंने कहा कि भड़काऊ भाषण देकर प्रदेश का माहौल खराब करने वाले व्यक्तियों से सख्ती से निपटा जाये। सोशल मीडिया पर लगातार नजर रखी जाये। शरारती तत्वों द्वारा एक समुदाय की ओर से दूसरे समुदाय पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी अथवा पुराने वीडियो पोस्ट कर जानबूझकर प्रदेश का माहौल खराब करने तथा किसान संगठनों की ड्रेस पहनकर टोल फ्री कराने व कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न करने की घटनायें प्रकाश में आ रही है, ऐसे लोगों को चिन्हित कर कठोरतम कार्यवाही करें।
उन्होंने यह भी कहा कि धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर चर्चा की की जाये कि वह आपत्तिजनक टिप्पणी कर दूसरे धर्म की भावनाओं को आहत न करें। इसी प्रकार किसान संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक इस बारे में चर्चा की जाये।
उन्होंने कहा कि विभागीय महिला व बालिका छात्रावासों तथा ऐसे स्थान जहां महिलायें व लड़कियां पढ़ने व नौकरी के लिये निवास कर रही हैं, की पड़ताल कर यह सुनिश्चित कराया जाये कि वहां पर सुरक्षा के समुचित प्रबंध हो। पुलिस स्टेशन, तहसील और ब्लाक में आने वाले लोगों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनकर नियमानुसार निस्तारित कराया जाये। जिसका निस्तारण नहीं हो सकता है, उसके बारे में उन्हें अवगत कराया जाये।
पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार ने कहा कि यह सुनिश्चित कराया जाये कि पुरुष एवं महिला बीट भ्रमणशील रहे। पीआरवी वाहन द्वारा भ्रमण के दौरान फ्लैशर लाइट व हूटर का प्रयोग किया जाये। आयोजकों से सम्पर्क व समन्वय बनाया रखा जाये। ड्रोन आदि से लगातार मॉनीटरिंग रखी जाये। त्योहारों में प्रिकॉशन व सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्गत आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। पुलिस विभाग में मैनपावर की कहीं कोई कमी नहीं है। प्रत्येक स्तर तक सभी पुलिस कर्मियों को सक्रिय कर उनकी पूरी क्षमता के अनुरूप कार्य लिया जाये।
अपर मुख्य सचिव गृह श्री दीपक कुमार ने कहा कि मिशन शक्ति 5.0 में पुलिस विभाग द्वारा महिलाओं की सुरक्षा व जागरूकता के लिये 9 अभियानों पर पूरी सक्रियता से कार्य किया जाये। महिला पुलिस अधिकारी गर्ल्स हॉस्टल का विजिट कर सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल करें। वार्डेन के सम्पर्क में रहें। हॉस्टल में रह रही छात्राओं को जागरूक करें और थाना आदि के नम्बर उपलब्ध करायें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर वह सम्पर्क कर सकें। ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत लगाये गये सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त करा लिया जाये। अर्बन नक्सल पर इंटेलीजेन्स के माध्यम से नजर रखें और कार्यवाहियां करें।
एडीजी ला एण्ड ऑर्डर श्री अमिताभ यश ने कहा कि त्योहारों में नकबजनी व चोरी की घटनायें बढ़ जाती है। ऐसे स्थान जहां बीते वर्षों में चोरी व नकबजनी जैसे अपराध हुए हैं, वहां विशेष सतर्कता बरती जाये। अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए वान्टेड क्रिमिनल की गिरफ्तारी के लिये अभियान चलाया जाये।
बैठक में सचिव गृह श्री संजीव गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।