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दुनियाँ देखेगी जब मिल बैठ चर्चा करेंगे तो बॉस-फ्रांस अमेरिका यात्रा 10-14 फ़रवरी 2025 

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एआई एक्शन समिट फ्रांस व ट्रंप से द्विपक्षीय वार्ता के दूरगामी सकारात्मक परिणाम आने की संभावना

 

दुनियाँ में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा में फ्रांस अमेरिका यात्रा से एक और अध्याय जुड़ा-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र

 

गोंदिया – वैश्विक स्तरपर भारत के बढ़ते रुतबे व प्रतिष्ठा में एक और अध्याय जुड़ गया है,जब माननीय भारतीयपीएम ने एआई एक्शन समिट में आगाज़ हुआ। बता दें भारतीय पीएम 10 से 14 फरवरी 2025 को फ्रांस व अमेरिका के अधिकृत यात्रा पर हैं जिसमें 10 से 12 फ्रांस व 12 से 14 फरवरी 2025 तक अमेरिका यात्रा पर हैं, जहां वह डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे इस दौरे के दौरान,पीएमअमेरिकी बिजनेस लीडर्स और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मिलेंगे। यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब अमेरिका ने हाल ही में 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट किया है, यह पीएम और ट्रंप की आठवीं मुलाकात होगी। इनकी पहली मुलाकात 26 जून 2017 को वॉशिंगटन में हुई थी, जबकि सातवीं मुलाकात 24-25 फरवरी 2020 को अहमदाबाद में हुई थी। उम्मीद है कि दोनों के बीच व्यापार और रक्षा सहयोग पर चर्चा महत्वपूर्ण होगी। दोनों देशों के बीच व्यापारिक मुद्दों पर व्यापक चर्चा बाद में होगी, हालांकि रक्षा सहयोग पर चर्चा से दोनों देशों के संबंधों को मजबूती मिलेगी। अमेरिका ने भारत से निष्पक्ष व्यापार संबंध बनाए रखने के लिए अमेरिकी निर्मित सुरक्षा उपकरण खरीदने की मांग की है। ट्रंप ने भारत पर दबाव डाला है कि वह अमेरिका से अधिक सुरक्षा उपकरण खरीदे हालांकि, ट्रंप ने कई मौकों पर भारतीय पीएम की प्रशंसा भी की है, जिससे यह उम्मीद बनती है कि दोनों देशों के बीच अनुकूल व्यापार समझौता हो सकता है।ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली अमेरिका यात्रा को पीएम ने द्विपक्षीय संबंधों की सफलताओं को आगे बढ़ाने का अवसर करार दिया। पीएम ने फ्रांस रवाना होने से पहले कहा कि इस यात्रा से प्रौद्योगिकी, व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और आपूर्ति श्रृंखला लचीलेपन के क्षेत्रों सहित अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी को और ऊपर उठाने और गहरा करने के लिए एक एजेंडा विकसित करने में भी मदद मिलेगी। फ्रांस में वे एआई एक्शन समिट की सह- अध्यक्षता करेंगे। वे फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ फ्रांस में पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने और अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर परियोजना का दौरा करने के लिए मार्सिले भी जाएंगे। फ्रांस के बाद वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर यूएसए की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे।चूँकि दुनियाँ में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा में फ्रांस अमेरिका यात्रा से एक और अध्याय जुड़ गया है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, दुनियाँ देखेगी जब बिल बैठे चर्चा करेंगे दो बॉस।

साथियों बात अगर हम माननीय भारतीय पीएम की फ्रांस अमेरिका यात्रा पर रवाना होने पर पीएम के बयान की करें तो,उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए मिलकर काम करेंगे और दुनियाँ के लिए बेहतर भविष्य को आकार देंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक हूं। मेरे पास भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के निर्माण में उनके पहले कार्यकाल में एक साथ काम करने की बहुत अच्छी यादें हैं। वहीं,फ्रांस यात्रा को लेकर पीएम ने कहा कि वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर फ्रांस का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करने के लिए उत्सुक हैं। इसमें वे समावेशी, सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से नवाचार और व्यापक सार्वजनिक भलाई के लिए एआई प्रौद्योगिकी के सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारत- फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के लिए 2047 के रोडमैप पर प्रगति की समीक्षा करने का अवसर भी होगी। साथ ही पीएम ने यह भी बताया कि मैं मजारगुएस युद्ध कब्रिस्तान में उन भारतीय सैनिकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा जिन्होंने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी। उन्होंने कहा मैं अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक हूं। उन्होंने कहा,वो विश्व के नेताओं और वैश्विक प्रौद्योगिकी सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) के एक सम्मेलन एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करने के लिए उत्सुक हैं, जहां वे समावेशी,सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से नवाचार एवं व्यापक सार्वजनिक कल्याण के लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) प्रौद्योगिकी को लेकर सहयोगी दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे पीएम ने कहा,दो देशों की मेरी यह यात्रा मेरे मित्र राष्ट्रपति मैक्रों के साथ भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के लिए 2047 होराइजन रोडमैप पर प्रगति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगी, वैश्विक कल्याण को लेकर ऊर्जा के दोहन से संबंधित इस विश्व संघ के फ्रांस और भारत सदस्य हैं।पीएम ने कहा,मैं प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों का बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मजारग्यूज वॉर सिमेट्री का भी दौरा करूंगा।पीएम ने अपनी यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा,अगले कुछ दिनों में मैं विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस और अमेरिका में रहूंगा। फ्रांस में मैं एआई एक्शन समिट में हिस्सा लूंगा, जहां भारत सह-अध्यक्ष है। मैं भारत-फ्रांस संबंधों को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बातचीत करूंगा। हम वहां वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने के लिए मार्सिले भी जाएंगे।यह यात्रा भारत- अमेरिका की दोस्ती को मजबूत करेगी और विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देगी। मुझे प्रेसिडेंट ट्रंप के साथ उनके पहले कार्यकाल के दौरान काम करना अच्छी तरह याद है। मुझे यकीन है कि हमारी बातचीत उस समय की गई चर्चाओं पर आधारित होगी।वे 10 फरवरी को पेरिस पहुचे। शाम को राष्ट्रपति मैक्रों की ओर से एलिसी पैलेस में सरकार और राष्ट्राध्यक्षों के सम्मान में आयोजित डिनर में शामिल हुए।डिनर में तकनीकी क्षेत्र के कई सीईओ और शिखर सम्मेलन में आमंत्रित अन्य कई गणमान्य व्यक्तियों के भी शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।पीएम की अमेरिका यात्रा अमेरिका से 100 से अधिक भारतीयों को अमानवीय तरीके से वापस भेजे जाने के मामले पर राजनीतिक विवाद के बीच हो रही है।पिछले सप्ताह एक विशेष ब्रीफिंग में विदेश सचिव ने कहा कि पीएम की यात्रा इस महत्वपूर्ण साझेदारी को और दिशा व गति प्रदान करेगी। विदेश सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण के कुछ सप्ताह बाद उनके निमंत्रण पर पीएम की अमेरिका यात्रा भारत-अमेरिका साझेदारी के महत्व और अमेरिका में इस साझेदारी को मिल रहे द्विदलीय समर्थन को भी दर्शाती है।

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि दुनियाँ देखेगी जब मिल बैठ चर्चा करेंगे तो बॉस-फ्रांस अमेरिका यात्रा 10-14 फ़रवरी 2025।एआई एक्शन समिट फ्रांस व ट्रंप से द्विपक्षीय वार्ता के दूरगामी सकारात्मक परिणाम आने की संभावना।दुनियाँ में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा में फ्रांस अमेरिका यात्रा से एक और अध्याय जुड़ा।

 

*-संकलनकर्ता लेखक – क़र विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यमा सीए(एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र *

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