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एक हफ्ते से CP ऑफिस बाहर धरने पर बैठी पीड़िता, नहीं हुई सुनवाई, MLA का पुतला फूंकते ही उन्हीं पर हुआ एक्शन

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सीपी ऑफिस बाहर गैंगरेप पीड़िता ने फूंका आप MLA छीना का पुतला

लुधियाना 7 सितंबर। ग्यासपुरा में 13 साल की नाबालिगा के साथ गैंगरेप होने के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न करने पीड़िता व परिवार एक हफ्ते से सीपी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठा है। शनिवार को पुलिस कमिश्रन ऑफिस बाहर पीड़ित परिवार द्वारा आम आदमी पार्टी की हलका साउथ की विधायक राजिंद्रपाल कौर छीना पर आरोपियों का बचाव करने का आरोप लगाकर पुतला फूंका गया। इस दौरान पीड़ित परिवार ने कहा कि विधायक छीना की शह होने के चलते ही पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ रही। बेशक एक हफ्ते से पीड़िता सीपी ऑफिस के बाहर बैठ रही है और कोई सुनवाई नहीं हो रही। लेकिन जब पीड़ित परिवार ने विधायक राजिंद्रपाल छीना का पुतला फूंका तो कुछ समय बाद ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तुरंत मौके पर मौजूद सभी लोगों को हिरासत में लेकर जबरन गाड़ी में बैठा लिया। इस दौरान मौके पर थाना डिवीजन नंबर छह व थाना डाबा की पुलिस फोर्स मौजूद थी। लेकिन बाद में जब दोनों थानों में संपर्क किया तो उन्होंने किसी को हिरासत में लेने की बात से साफ इंकार कर दिया।

एक दिन पहले महिलाओं ने किया था पीड़िता पर हमला
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को धरने पर बैठी पीड़िता व उसके परिवार पर कुछ महिलाओं द्वारा सीपी ऑफिस के बाहर ही हमला कर दिया गया था। उन्होंने जमकर ईटें बरसाई थी। इस दौरान लोगों की मदद से दोनों महिलाओं को पकड़ा गया था। हालाकि उस मामले में 24 घंटे बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
आरोपियों की विधायक के साथ फोटोज
प्रदर्शन के दौरान पीड़ित परिवार द्वारा कुछ फोटोज दिखाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि गैंगरेप के आरोपियों व उन पर हमला करने वाली महिलाओं की विधायक राजिंद्रपाल छीना के साथ फोटोज है। पीड़ित परिवार ने कहा कि विधायक के हर समारोह में गैंगरेप के आरोपी शामिल होते हैं। इसी के चलते पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही।

कार के आगे लेटी महिलाएं, महिला मुलाजिम नहीं थी मौजूद
जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा पहले पीड़िता का साथ देने वाले लोगों को धक्केशाही के साथ हिरासत में लेकर सरकारी गाड़ी में बैठाया गया। जिसके बाद मौके पर पीड़िता व अन्य महिलाओं द्वारा विरोध किया गया। लेकिन पुलिस उन्हें धक्के देकर साइड़ करती रही। जिसके बाद महिलाएं कार के आगे लेट गई। हैरानी की बात तो यह है कि रेप पीड़िता के रिश्तेदारों को हिरासत में लेने आई पुलिस के सात एक भी महिला कांस्टेबल मौजूद नहीं थी।

किस थाने ने प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए, पता ही नहीं
जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के दौरान थाना डाबा के एएसआई जरनैल सिंह मौके पर मौजूद थे। जबकि थाना डिवीजन नंबर छह की सरकारी गाड़ी में लोगों को बैठाया गया। लेकिन जब इस संबंध में थाना डिवीजन छह में बात की तो पुलिस का कहना था कि वह तो वहां से गुजर रहे थे, तो रुक गए थे। यह मामला डाबा थाने का है। थाना डाबा की एसएचओ गुरशिंदर कौर का कहना है कि उन्होंने किसी को हिरासत में नहीं लिया थाना डिवीजन पांच ने शायद कार्रवाई की होगी। थाना डिवीजन पांच के एडिशनल एसएचओ ने कहा उन्हें मामले का पता ही नहीं है।

एसआईटी बनाकर पुलिस करे जांच
वहीं इस मामले में विधायक राजिंदर पाल छीना के पति हरप्रीत सिंह छीना ने कहा कि उन पर लग रहे आरोप गलत है। बच्ची से गलत हरकत करने वालों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। पीड़ित परिवार उनके पास नहीं आया है। उन्होंने इस संबंधी पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि मामले में एसआईटी बनाकर जांच की जाए, ताकि सच सामने आ सके।

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