पंजाब 6 अप्रैल। पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने शनिवार पंजाब पुलिस को भंग करने और फिर पुनर्गठन करने की जोर दिया था। उन्होंने पुलिस पर नैतिक रूप से भ्रष्ट होने और अपनी अंतरात्मा खोने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि मादक पदार्थों की तस्करी सहित कोई भी अपराध पुलिस की मिलीभगत के बिना नहीं हो सकता। वहीं, उनके बयान पर राज्य की राजनीति गर्मा गई है। इस पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने बाजवा को घेरा है। पार्टी के प्रवक्ता का कहना है कि अगर बाजवा को पंजाब पुलिस से इतनी दिक्कत है तो अपनी सिक्योरिटी में लगी पंजाब पुलिस को हटा दे। वरना फौरी तौर पर पंजाब पुलिस के फौरी तौर पर जांबाज व ईमानदारों से बिना देरी किए माफी मांगे।पुलिस के नाम राजनीति न करे।
बाजवा का बयान अफसोस जनक
पार्टी के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा हमेशा ही गुमराह करने वाले बयान देते रहते हैं। लेकिन कल उन्होंने बहुत अफसोसजनक बयान दिया था। उन्होंने नशे के साथ पकड़ी गई लेडी कांस्टेबल के बाद कहा कि पूरी पंजाब पुलिस भ्रष्ट है। यह सारी फोर्स की बेइज्जती है, जो पुलिस हमेशा हमारी जान और मान की रक्षा करती है।
राजनीति में मौजूद सारे लोग क्या संत हैं
गर्ग ने कहा क बाजवा साहब, अच्छे-बुरे इंसान तो हर वर्ग व समाज में होते हैं। क्या राजनीति में मौजूद सारे लोग संत हैं? आपका यह कहना है कि पंजाब पुलिस को तोड़ देना चाहिए। मैं यह समझता हूं कि यह आलोचना नहीं है, बल्कि यह उनका मनोबल तोड़ने वाला है। आपसे और उम्मीद भी क्या की जा सकती है।