हरियाणा की राजनीति में बदलाव का कारण बन सकते हैं पिता-पुत्री राव के बयान !

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कांग्रेस में पहले पिता-पुत्र हुड्‌डा बने थे खेवनहार

राजेंदर जादौन

चंडीगढ़, 19जुलाई। हरियाणा की राजनीति में पिता-पुत्री राव के बयानों से बदलाव की संभावनाएं देखी जाने लगी हैं। इस संभावना को कांग्रेस की स्थिति से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां पिता और पुत्र खेवनहार बने हुए है।

यहां गौरतलब है कि भाजपा में राव इंद्रजीत सिंह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं तो हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार में उनकी पुत्री आरती राव स्वास्थ्य मंत्री हैं। हाल में इन पिता-पुत्री के बयानों और डिनर डिप्लोमेसी ने हरियाणा की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। पहले पिता राव इंद्रजीत सिंह ने सीएम नायब सैनी के साथ एक रैली में मंच से कहा था कि सीएम साहेब हमने आपकी सरकार बनवा दी, अब हमारे काम भी करिए। राव की इस बात का उसी मंच से सैनी ने जवाब दिया था कि सरकार तो समस्त हरियाणा की जनता ने बनाई है ।

अब गुरुग्राम से राव की मंत्री बेटी ने भाजपा में हलचल मचा दी। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने कहा कि हरियाणा में किसी ने नहीं सोचा था कि भाजपा की सरकार आएगी, लेकिन हमने सोचा और हवा बनाई। इससे प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। प्रदेश में हमारी सरकार है, किसी को कोई काम हो तो दफ्तर रामपुरा में चलता है। अब तो आपका एक ऑफिस चंडीगढ़ और दिल्ली में भी है। इसके पहले राव इंद्रजीत ने चंडीगढ़ में आरती राव के घर दक्षिण हरियाणा के 12 विधायक बुलाकर डिनर डिप्लोमेसी के जरिए हलचल मचाई थी।

पिता-पुत्री का यह दावा साउथ हरियाणा से भाजपा की ज्यादा सीटें मिलने पर आधारित है, जिससे बहुमत आया। साल 2014 के विस चुनाव में भाजपा ने दक्षिण हरियाणा की 17 में से 14 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस को एक और इनेलो को 2 सीट मिली थीं। खासकर, राव इंद्रजीत की रसूख वाली अहीरवाल बेल्ट की सभी 11 सीटों पर भाजपा ने विजय हासिल की थी। जिसके बाद भाजपा को 90 में से 47 सीटें यानि पूर्ण बहुमत मिला। इसके बाद साल 2019 में हुए विस चुनाव में भाजपा को दक्षिण हरियाणा की 17 में से 11 सीटें मिलीं। यहां तक कि अहीरवाल बेल्ट की 11 में 3 सीटें भी कांग्रेस और निर्दलीय के खाते में चली गई थीं। इससे भाजपा बहुमत से चूक गई। भाजपा को 90 में से 40 ही सीटें मिलीं। जिसके बाद उन्हें 10 सीटों वाली दुष्यंत चौटाला की जेजेपी से गठबंधन करना पड़ा था।

2024 के विस चुनाव में भाजपा ने दक्षिण हरियाणा की 17 में से 15 सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस के हिस्से में केवल 2 सीटें आई। अहीरवाल बेल्ट की 11 में से 10 सीटें भी भाजपा जीत गई। इसके बाद हरियाणा में भाजपा की फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बन गई। भाजपा को 90 में से 47 सीटें मिल गईं। इस वजह से पिता-पुत्री राव का दावा है कि उनके क्षेत्र की वजह से भाजपा को बहुमत मिल रहा है।

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