हजारों फैंस और दिग्गज कलाकारों ने दी भावुक अंतिम विदाई
चरणजीत सिंह चन्न
जगरांव 9 अक्टूबर। पंजाबी संगीत जगत ने आज अपना एक चमकता सितारा खो दिया। लोक गायक राजवीर जवंदा अब सदा के लिए अमर हो गए। उनके अंतिम संस्कार के दौरान हजारों नम आँखों ने अपने प्यारे कलाकार को अश्रुपूरित विदाई दी। पूरे गांव पोना और आस-पास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई। राजवीर जवंदा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पोना स्थित उनके पुश्तैनी घर में रखा गया, जहां लोगों का सैलाब अपने चहेते गायक की एक झलक पाने के लिए उमड़ पड़ा। आसमान तक गूंज रही पुकारें, सन्नाटे में डूबी भीड़, हर तरफ रुला देने वाला माहौल था। इस दर्दनाक मौके पर पंजाबी संगीत और फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियाँ-बब्बू मान, हरभजन मान, जसबीर जस्सी, सुखविंदर सुखी, एमी विर्क, गुलाब सिद्धू, मोहम्मद सदीक और कनवर गरेवाल सहित कई नामचीन कलाकार उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। हर आँख नम थी, हर चेहरे पर अवसाद की परछाईं झलक रही थी।
सीएम मान भी अंतिम दर्शन में हुए शामिल
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी राजवीर जवंदा के निवास स्थान पर उनके अंतिम दर्शन करने पहुंचे और परिवारजनों से मुलाकात कर गहरा दुख साझा किया। उन्होंने कहा, “राजवीर जवंदा ने पंजाबी संगीत को नई पहचान दी। उनकी सादगी, विनम्रता और मिट्टी से जुड़ाव हर नौजवान के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहेगा। हजारों प्रशंसकों की उपस्थिति में हुआ अंतिम संस्कार पूरे धार्मिक रीति-रिवाजों और गुरु बाणी के कीर्तन के बीच संपन्न हुआ। भावुक माहौल में प्रशंसक उनकी पुरानी रचनाएँ सुनते हुए रो पड़े। उनके गीतों की गूंज और आवाज मानो हवाओं में तैर रही थी-जैसे खुद जवंदा अपने प्रशंसकों को सांत्वना दे रहे हों।
जवंदा जैसा सच्चा कलाकार मुश्किल से मिलता
उपस्थित कलाकारों ने कहा कि राजवीर जवंदा जैसा प्रतिभाशाली, संवेदनशील और सच्चा कलाकार जन्म-जन्मान्तर में मिलता है। पंजाबी संगीत जगत ने आज अपने एक अनमोल हीरे को खो दिया है। उनकी आवाज़, उनकी कला और उनकी सादगी आने वाली पीढ़ियों तक दिलों में जीवित रहेगी।राजवीर जवंदा की विदाई से संगीत जगत में जो गहरा खालीपन उत्पन्न हुआ है, उसे भरना असंभव है। उनका संगीत और उनकी पहचान सदा के लिए पंजाबी मिट्टी में रच-बस गई है-वे अब गीतों में जीवित रहेंगे, और यादों में सदा मुस्कुराते रहेंगे।
—