पंजाब 31 मार्च। पंजाब में मार्च अंत तक अधिकतम तापमान औसत से 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है, हालांकि मौसम विभाग इसे सामान्य मान रहा है। पंजाब में सबसे अधिक तापमान गुरदासपुर में 33.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अब लगातार तापमान में बढ़ोतरी होगी। दिन का अधिकतम तापमान आने वाली 2 अप्रैल तक 5 से 7 डिग्री तक बढ़ जाएगा। यानि कि ये तापमान सामान्य से भी अधिक होगा और लोगों को परेशान भी कर सकता है। राज्य में फिलहाल बारिश के कोई आसार नहीं हैं, जिससे तापमान में और वृद्धि हो सकती है। आने वाले दिनों में धूप तेज रहेगी और दोपहर के समय चिलचिलाती गर्मी परेशान भी करेगी। वहीं आने वाले एक सप्ताह तक कोई भी पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव नहीं होता दिख रहा। वहीं लुधियाना में तापमान 16 से 32 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।
बांधों में जलस्तर सामान्य से काफी कम
गर्मी के बढ़ते प्रकोप के बीच जल संकट भी गहराने लगा है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के प्रमुख जलाशयों में जलस्तर सामान्य से काफी नीचे चला गया है। भाखड़ा डैम में कुल क्षमता 6.229 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) के मुकाबले जल भंडारण सिर्फ 1.247 बीसीएम (20प्रतिशत) है, जबकि 10 साल का औसत 33प्रतिशत है। वहीं पोंग डैम में जलस्तर केवल 13प्रतिशत है, जबकि 10 साल का औसत 25प्रतिशत है। थीन डैम में कुल क्षमता 2.344 बीसीएम के मुकाबले वर्तमान जलस्तर 0.469 बीसीएम (20प्रतिशत) है, जबकि औसत 41प्रतिशत रहता है।
सिंचाई और बिजली उत्पादन पर असर
पंजाब और हिमाचल के इन जलाशयों की संयुक्त जलविद्युत उत्पादन क्षमता 3,175 मेगावाट है, और ये 10.24 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई क्षमता रखते हैं। लेकिन जलस्तर में गिरावट के कारण बिजली उत्पादन और कृषि क्षेत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।