गांव अखाड़ा में लग रही गैस फैक्ट्रियों के विरोध में निवासियों का ऐलन
जगराओं 25 मई। जगराओं में गांवों में लगातार लग रही गैस फैक्ट्रियों का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है। लेकिन अब गांवों के लोगों द्वारा लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना लिया गया है। गांव भूदडी की तर्ज पर अखाड़ा गांव के लोगों ने भी चुनावों का बहिष्कार करने का फैसला ले लिया है। जिससे लोकसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की नींद उड़ गई। गांव को लोगों ने प्रशासन की लापरवाही और गैस फैक्ट्री को बंद करवाने में फेल हुए अधिकारियों की आंखें खोलने के लिए अखाड़ा गांव के लोगों ने ऐलान कर दिया कि वह लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे। किसान नेता कमलजीत खन्ना ने बताया कि प्रशासन की लापरवाही के चलते मजबूरी में गांव निवासियों ने ऐसा कदम उठाते हुए एक मंच पर आकर चुनावों बहिष्कार करने का फैसला लिया। उन्होंने ऐलान किया है कि गांव में कोई भी पोलिंग बूथ नहीं लगेगा। गांव के लोगों ने कहा कि एक माह से अधिक समय से निर्माणाधीन गैस फैक्ट्री के सामने दिन-रात धरना-प्रदर्शन के बावजूद फैक्ट्री मालिक द्वारा मुख्य द्वार पर लोहे का गेट लगाने का प्रयास किया गया। जिसके बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल हो गया था। इसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मुश्किल से मामले को शांत करते हुए गेट का काम रूकवा दिया था।
लोगों विरोध कर वापिस लौटाया सीमेंट का ट्रक
लेकिन शुक्रवार देर शाम फैक्ट्री मालिक द्वारा फैक्ट्री में काम करवाने के लिए सीमेंट का ट्रक मंगवाया गया। जिसको लेकर गांव के लोगों ने जबरदस्त विरोध व नारेबाजी कर वापस भेज दिया। इस दौरान गांव लोगों व फैक्ट्री मालिक के बीच काफी नोकझोंक भी हुई। जिसको लेकर डीएसपी सिटी जसज्योत मौके पर पहुंचे और मामला शांत करवाते हुए मसले को सुलझाने की कोशिश की। लेकिन फैक्ट्री मालिक की जिद के कारण मामला बीच में फंस गया। गांव के लोगों ने कहा कि इस समय प्रशासन सिर्फ चुनाव का समय निकालना चाहता है। क्योंकि अखाड़ा में एक महीने से धरना चल रहा है। वही गांव भूदडी में दो महीनो से ज्यादा समय से धरना चल रहा है।
तहसीलदार ने छह जून तक का मांगा समय
चुनावों के बहिष्कार की सूचना मिलने पर देर शाम तहसीलदार सुखचरण सिंह अखाड़ा गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गांव के लोगों को 6 जून तक समय देने को कहा। उन्होंने कहा कि 6 तारीख के बाद मामला हल कर दिया जाएगा। जिसके बाद गांव के लोगों ने कहा कि गांव में ना बूथ लगेगा ना गांव वाले वोट डालने जाएंगे।