लहरा, 4 अक्टूबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को विपक्ष पर अपने निहित राजनीतिक हितों के लिए राज्य की प्रगति में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने आज यहाँ कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी दलों के नेता पंजाब और यहाँ के लोगों के प्रति संकीर्ण मानसिकता रखते हैं। विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता सरकार को बदनाम करने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ठोस मुद्दों के अभाव में वे बुरी तरह विफल रहे हैं।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि विपक्षी नेता चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन उनका भाग्य तय है, क्योंकि उन्होंने लगातार लोगों की आकांक्षाओं की अनदेखी की है।
विपक्षी रैलियों में एक कलाकार के रूप में अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उनके कुकर्मों से अच्छी तरह वाकिफ हैं और अब उनके पिछले पापों को उजागर करके सच्चाई सामने ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की समझदार जनता इन नेताओं को उनके पापों के लिए पहले ही सत्ता से बेदखल कर चुकी है और वे उन्हें कभी माफ़ नहीं करेंगे। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि इन नेताओं ने राज्य और यहाँ के लोगों की पीठ में छुरा घोंपा है और वे अपने पापों की सजा भुगत रहे हैं।
अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियाँ दी जा रही हैं, जिससे दूसरे देशों में पलायन का चक्र टूट रहा है और युवा पीढ़ी में आशा का संचार हो रहा है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब एक धन्य भूमि है और सरकार लोगों के लंबे समय से लंबित मुद्दों का समाधान कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार राज्य की प्रगति और विकास तथा लोगों की समृद्धि के लिए अथक प्रयास कर रही है।
शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए, मुख्यमंत्री ने ग्रामीण युवाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु गाँवों में नए पुस्तकालय और कॉलेज स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने पूर्व मंत्रियों द्वारा राज्य के खजाने के खाली होने के दावों का खंडन करते हुए कहा, “मैं अब लोगों के प्यार का कर्ज चुका रहा हूँ।” भगवंत सिंह मान ने अनुसूचित जाति समुदायों, खेत मजदूरों और अन्य हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए शुरू की गई कई कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी बताया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने 4,150.42 करोड़ रुपये की लागत से राज्य में 19,491.56 किलोमीटर ग्रामीण संपर्क सड़कों की मरम्मत और उन्नयन के लिए एक बड़ी परियोजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को सुविधा प्रदान करना है क्योंकि ये संपर्क सड़कें लोगों के आवागमन और वस्तुओं व सेवाओं के सुचारू परिवहन में उत्प्रेरक का काम करती हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये संपर्क सड़कें राज्य में आर्थिक विकास की धमनियाँ हैं क्योंकि ये एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आवागमन में मदद करती हैं और दूसरी ओर व्यापार और व्यवसाय को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने पंजाब मंडी बोर्ड और लोक निर्माण विभाग को काम की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि परियोजना के लिए आवंटित प्रत्येक पैसा उचित तरीके से निवेश किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा बल (एसएसएफ) की शुरुआत से पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर में 48-49 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना की है और अन्य राज्यों से भी इसे अपनाने का आग्रह किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा की गई अपनी तरह की यह पहली पहल राज्य के इतिहास में एक मील का पत्थर है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने लहरागागा में पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के नए कार्यालय परिसर का शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि इस परिसर का निर्मित क्षेत्रफल 10,000 वर्ग फुट होगा और यह 2.34 एकड़ भूमि पर फैला होगा। भगवंत सिंह मान ने बताया कि इस परिसर की कुल लागत 4.69 करोड़ रुपये होगी और परियोजना 18 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिसर में दो उप-मंडल कार्यालय (शहरी लहरागागा और ग्रामीण लहरागागा) और एक शिकायत केंद्र होगा, जिसका उद्देश्य स्थानीय निवासियों को बेहतर सेवाएँ प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि पहले पीएसपीसीएल का एक कार्यालय बहुत पुरानी इमारत में और दूसरा किराए के भवन में संचालित होता था, जिससे सार्वजनिक सेवाओं और प्रशासनिक कार्यों में काफ़ी दिक्कतें आती थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब लोगों को एक ही छत के नीचे बिजली से जुड़ी कई सेवाएँ मिल सकेंगी। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब सरकार हर घर को 600 यूनिट मुफ़्त बिजली दे रही है, जिससे राज्य के लगभग 90% परिवारों को अब शून्य बिजली बिल मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने गोइंदवाल पावर प्लांट, जो पहले निजी कंपनी जीवीके पावर के स्वामित्व में था, खरीदकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब किसी सरकार ने निजी स्वामित्व वाली संपत्ति खरीदी है और इस प्लांट का नाम तीसरे सिख गुरु, श्री गुरु अमरदास जी के नाम पर रखा गया है। भगवंत सिंह मान ने लहरागागा में एक नए तहसील परिसर का भी शिलान्यास किया और बताया कि इस परियोजना पर 15.92 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के 30 जुलाई, 2026 से पहले पूरा होने की उम्मीद है और भवन का कवर्ड एरिया 51,881 वर्ग फुट होगा। उन्होंने बताया कि इस परिसर में एसडीएम कार्यालय, सब-रजिस्ट्रार कार्यालय, स्टाफ रूम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार कार्यालय, ट्रेजरी कार्यालय, श्रम निरीक्षक कार्यालय, खाद्य आपूर्ति कार्यालय और अन्य सुविधाएँ शामिल होंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि निवासियों को एक ही छत के नीचे सभी सरकारी सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
मुख्यमंत्री ने सौरभ गोयल फाउंडेशन द्वारा संचालित ‘आप की रसोई’ का भी दौरा किया, जहाँ सामाजिक कार्यकर्ता गौरव गोयल और सौरभ गोयल फाउंडेशन की उनकी टीम ने एक अनूठा प्रयास शुरू किया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए। ‘आप की रसोई’ के अंतर्गत मात्र 10 रुपये प्रति प्लेट में सादा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाता है। वर्तमान में, यहाँ प्रतिदिन लगभग 250 लोग, जिनमें बच्चे, बुजुर्ग और युवा शामिल हैं, भोजन करते हैं और फाउंडेशन के सदस्य स्वयं भोजन तैयार करने और परोसने में रुचि लेते हैं।
इस पहल की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण पहल है, खासकर दिहाड़ी मजदूरों के लिए जो अब 10 रुपये में पूरा भोजन प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अन्य संगठनों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए और ऐसे नेक प्रयास शुरू करने चाहिए। उन्होंने सौरभ कॉम्प्लेक्स में एक नए हॉल का भी उद्घाटन किया, जो पहले से ही स्थानीय आबादी के लिए एक प्रमुख सुविधा है और यह नया हॉल सामाजिक कार्यक्रमों और बैठकों की मेजबानी को और आसान बना देगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस हॉल में लोग बहुत कम लागत पर सामाजिक, धार्मिक और अन्य कार्यक्रम कर सकते हैं और गरीब और जरूरतमंद लोगों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। गौरतलब है कि इस कॉम्प्लेक्स का नाम युवा और दयालु सामाजिक कार्यकर्ता और कैबिनेट मंत्री बरिंदर कुमार गोयल के बेटे सौरभ गोयल की याद में रखा गया है।
एक कार्यक्रम में नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सफल वैवाहिक जीवन आपसी विश्वास और संतुलन पर आधारित होता है। उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को शगुन के रूप में चेक भी वितरित किए, जिससे सभी नागरिकों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, बरिन्दर गोयल और हरदीप सिंह मुंडियां उपस्थित थे।