जबरदस्ती बच्चों से भीख मंगवाने वाले लोगों खिलाफ हो कार्रवाई
प्रसाशन को बच्चों की पढ़ाई की तरफ देना चाहिए ध्यान
जीरकपुर 16 July : शहर में भीख मांगने वाले बच्चों व महिलाओं की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। शहर के हरेक बड़े लाइट प्वाइंट पर भीख मांगने वाले बच्चों व महिलाओं का कब्जा है। पटियाला चौंक, सिंहपुरा बस स्टैंड, मेकडी चौंक, कालका चौक , बलटाना लाइट ढकोली व पीर मुछल्ला में भी भीख मांगने वाले बच्चे आम दिखाई दे जाते हैं। यह बच्चे सुबह ही शहर के चौराहों पर आकर खड़े हो जाते है देर शाम तक यह यहां भीख मांगते है। परेशानी यह है के इन में ज्यादातर बच्चे हैं जो भागते हुए अक्सर गाड़ियों के आगे आ जाते हैं और लोगों को अचानक ब्रेक लगानी पड़ जाती है। जिस कारण कई बार वाहन आपस में टकरा भी जाते है। यह बच्चे ज्यादातर लाइट प्वाइंटो पर ही दिखाई देते हैं जहां बड़ी संख्या में लोग खड़े होते हैं। जैसे ही रेड लाइट से ग्रीन लाइट होती है तो हरेक व्यक्ति तेजी से निकलने की कोशिश करता है और यह आगे खड़े होते हैं तो हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है। कई बच्चे तो इतने शैतान है के कोई उन्हें पैसे नही देता तो कार पर सक्रेच मार देते हैं।
आज कल यहां सामान बेचने का चलन भी चल रहा है। कुछ बच्चे जबरदस्ती गाड़ी का शीशा साफ कर पैसे मांगते है भले शीशा पहले ही साफ क्यों ना हो। वैसे तो भीख मांगना कानून अपराध है लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। शहर के कुछ लोगों का कहना है के जो लोग दिन में भीख मांगते हैं और रात में इनमें से कुछ लोग चोरियां भी करते है। यह बच्चे कहा से आते हैं और रात को कहां गायब हो जाते है इसके बारे में किसी को पता नही चलता। यह लोग कोन से शहरों से आए हैं इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती पुलिस वेरिफिकेशन तो दूर की बात है। स्थानीय दुकानदार भी ऐसे लोगों से परेशान है और प्रसाशन से इन बच्चों व महिलाओं को यहां से हटाने की मांग भी कर रहे है।
बॉक्स
अमृतसर में डीसी के आदेशों पर बच्चों के साथ भीख मांगने वाली एक महिला के खिलाफ पर्चा दर्ज किया गया है। भीख मांगना व बच्चों को इस धंधे में डालना भी अपराध है। स्थानीय पुकार संस्था द्वारा पिछले वर्ष शहर में भीख मांगने वाले बच्चों को लेकर डीसी मोहाली को पत्र लिखा था और प्रसाशन का सहयोग मांगा था के यदि प्रसाशन इन बच्चों की पढ़ाई में उनकी संस्था का साथ देती है तो ऐसे बच्चों को पढ़ाने के लिए तैयार हैं। पुकार संस्था के संचालकों ने बताया के उन्होंने जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाने के लिए एक स्कूल खोला है, यदि प्रसाशन साथ दे तो हम इसके लिए तैयार है और बेसिक पढ़ाई के बाद बच्चों को स्कूलों में दाखिला भी करवाया जाएगा। इसके साथ ही बच्चों की पढ़ाई में इस्तेमाल आने वाले समग्री, किताबें कापीयां, पैन पेंसिल, बैग आदि का खर्च भी उठाने में मदद कर सकती है। इस में कुछ दुकानदार भी उनका साथ देने के लिए तैयार है।