जिंदगी की दौड़ हमेशा मेहनती जीतते हैं : लोपो

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सेहत-भाईचारे का संदेश देने के मकसद से ही सैकड़ों युवाओं ने की साइक्लिंग

बलविंदर आजाद

बरनाला 8 अक्टूबर। महल कलां के युवाओं और साइकिलों वाले बाई ग्रुप दीवाना-हठूर की ओर जागरुकता कार्यक्रम कराया गया। स्वास्थ्य और मजबूत सामुदायिक भाईचारे का संदेश देने के लिए महल कलां और गहल से संयुक्त रूप से साइक्लिंग का आयोजन किया गया।

महल कलां से 7वीं साइक्लिंगखेल मैदान से शुरू हुई, जो धनैर, चक्क का पुल, मूम होते हुए वापस वहीं समाप्त हुई। साइकिलों वाले बाई ग्रुप द्वारा तीसरी साइक्लिंग गहल से शुरू की गई, जो चीनीवाल खुर्द, सड्डोवाल, चक्क का पुल पहुंची। इसमें 6 साल के बच्चों से लेकर 86 साल तक के व्यक्तियों ने जोश और उत्साह से भाग लिया।

इस दौरान संत ईशरदास सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मूम के ओपन एयर थिएटर में मोटिवेशनल स्पीकर सुखजिंदर सिंह लोपो ने कहा कि जिंदगी की दौड़ में हमेशा अपने लक्ष्य की ओर मेहनत करने वाले ही जीतते हैं। उन्होंने कहा कि महल कलां से साइकिलिंग शुरू करने वाले युवाओं ने बहुत अच्छी संस्कृति विकसित की है, जिसकी समाज को बहुत जरूरत थी।

इस अवसर पर प्रिंसिपल बबलजीत सिंह, वरिंदर दीवाना, गुरप्रीत सिंह अनखी, जगदीश सिंह पन्नू ने भी विचार साझा किए। आयोजकों द्वारा सुखजिंदर सिंह लोपो, तीन पीढ़ियों के साथ साइकिलिंग में शामिल कुलदीप सिंह हठूर के परिवार, पत्रकार ऋषि राही, प्रिंसिपल बबलजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह अनखी, अरश गुरु महल कलां टीम, माधव फीड फैक्ट्री वालों को सम्मानित किया। इस दौरान सुरजीत हठूर, सरबजीत सिंह सरबी, हरी सिंह कटैहियर, मिठ्ठू मोहम्मद, केसर खान, दलबार सिंह, करमजीत सिंह उप्पल, रविंदर सिंह सेखों, अतिंदरपाल सिंह, सुल्तान दीवाना, हनी पासी, सोनी सिद्धू, जग्गा कबड्डी कोच, गुरप्रीत हठूर आदि मौजूद थे।

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