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बीसीएम स्कूल में बस से उतरते हुए टायर के नीचे आई बच्ची, चेहरा कुचलने से मौके पर हुई मौत, परिजनों का आरोप झूठे बोलता रहा स्टॉफ

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लुधियाना 16 दिसंबर। लुधियाना के चंडीगढ़ रोड स्थित सेक्टर-32 बीसीएम स्कूल में जबर्दस्त हंगामा हुआ। दरअसल स्कूल में पढ़ने वाली दूसरी क्लास की स्टूडेंट बच्ची को स्कूल की ही बस ने स्कूल के अंदर कुचल दिया। बस का टायर बच्ची के मुंह के ऊपर से गुजर गया। जिस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि स्कूल स्टॉफ बच्ची को फोर्टिस अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। बच्ची की पहचान भामिया रोड की रहने वाली अमायरा (7) के रुप में हुई है। मामले की जानकारी मिलने पर अमायरा के परिवार वाले स्कूल पहुंच गए। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ। परिवार वालों द्वारा स्कूल प्रबंधकों पर बच्ची की मौत को लेकर झूठ बोलने और गेट बंद करने के आरोप लगाए। मामले की सूचना मिलने पर डिवीजन नंबर सात की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने किसी तरीके से परिवार वालों को शांत किया। उन्होंने लाश कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दी है। पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरु कर दी गई है। जानकारी के अनुसार अमायरा के पिता आरएंडडी स्कूल के प्रिंसिपल हैं।

स्कूल प्रबंधक कहते रहे बच्ची ठीक है
वहीं अमायरा की मां रुपिंदर कौर ने आरोर लगाते हुए कहा कि उन्हें स्कूल स्टॉफ की तरफ से कॉल आई। उन्होंने कहा कि बच्ची की बस में चोट लग गई है। इस दौरान स्टॉफ द्वारा कहा गया कि बच्ची को फस्ट एड दे दी है, अब वह ठीक है। लेकिन इसके अलावा टीचरों ने उन्हें कुछ नहीं बताया। उन्होंने कहा कि वह बच्ची को देखने के लिए स्कूल पहुंचे तो पता चला कि उसकी मौत हो गई है। स्कूल स्टॉफ व प्रबंधक उन्हें झूठ बोलते रहे।

जितना पैसा खाना खा लो, बच्ची वापिस दे दो
वहीं बच्ची की मां रुपिंदर ने कहा कि वह स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रबंधकों द्वारा जबरन गेट बंद करवा दिया गया। जिस कारण वह अंदर भी नहीं जा सके। स्कूल प्रबंधकों द्वारा लगातार सबुत मिटाने की कोशिश की गई। इस दौरान रुपिंदर कौर ने स्कूल प्रबंधकों को भरी आंखों से कहा कि जितना पैसा खाना खा लो, लेकिन उन्हें उनकी बेटी वापिस लौटा दो।

सुबह स्कूल में पहुंचने पर हुई घटना
जानकारी के अनुसार रोजाना की तरह अमायरा घर से स्कूल बस में सवार होकर निकली। करीब साढ़े आठ बजे स्कूल पहुंचने पर वह बाकी स्टूडेंट्स के साथ बस से उतरी। इसी दौरान अचानक वह नीचे गिर गई। वहीं ड्राइवर द्वारा बस चला दी गई। जिससे बच्ची बस के टायर के नीचे आ गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

बस की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधकों की, लेकिन झाड़ रहे पल्ला
बता दें कि स्कूल प्रबंधकों द्वारा अब कहा जा रहा है कि जिस बस के नीचे आने से अमायरा की मौत हुई है, वह प्राइवेट बस है। लेकिन बता दें कि बस प्राइवेट हो या स्कूली, लेकिन बच्चे स्कूल के लाए जा रहे हैं। इसके चलते बस और उसमें सवार बच्चों की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधकों की होती है। अमायरा के परिवार वालों का आरोप है कि अब प्रबंधक अपना पल्ला झाड़ने के लिए बस को प्राइवेट बताने में लगे हैं। जबकि बच्चों की फीसें स्कूल द्वारा ली जाती है, न ही बस ड्राइवर की और से ली जाती है।

अनसेफ होती जा रही स्कूली बसें
बता दें कि स्कूलों द्वारा चलाई जाने वाली बसें कही न कही अनसेफ घोषित होती हुई नजर आ रही है। पंजाब के कई स्कूली बसों से ऐसी घटनाएं हो चुकी है, जिससे बच्चों की जान को खतरे में डाला जा रहा है। इसी डर से कई पेरेंट्स द्वारा खुद ही बच्चों को स्कूल छोड़ने व ले जाने का काम किया जा रहा है। आए दिन कभी कोई स्कूली बस रास्ते में जाते वाहन से टकरा जाती है, तो कभी स्कूल बस में ही बच्चे जख्मी हो जा रहे हैं।

बस से उतरते समय हुई डिसबैलेंस
वहीं स्कूल प्रिंसिपल डीपी गुलेरिया ने बताया कि सुबह बच्चे बस से स्कूल आए थे। बाकी बच्चों के साथ अमायरा भी बस से उतर रही थी। इसी दौरान अचानक वह डिसबैलेंस हो गई और बस के नीचे आ गई। प्रिंसिपल गुलेरिया के मुताबिक जिस बस से बच्ची की टक्कर हुई, वह स्कूल की नहीं थी। ये सभी प्राइवेट हैं। बसें बच्चों को छोड़ने के लिए स्कूल के अंदर आती हैं।

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