गर्मी बढ़ने के साथ ही जून में चढ़ेगा सियासी-तापमान भी, मांगी जाएंगी चुनाव संबंधी आपत्तियां और सुझाव
चंडीगढ़ 22 फरवरी। यूटी प्रशासन अगले साल नगर निगम में मेयर का चुनाव हाथ उठाकर किया जाएगा। चंडीगढ़ प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने इससे जुड़े अहम प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है।
क्यों पड़ी इस तरह वोटिंग की जरुरत :
गौरतलब है कि अब तक यह चुनाव गुप्त मतदान से होता था, जिससे क्रॉस वोटिंग की आशंका बनी रहती थी। माना जा रहा है कि इस बदलाव से पार्षदों में जोड़-तोड़ की राजनीति पर लगाम लगेगी और चुनाव प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी। चंडीगढ़ प्रशासन अब जून, 2025 में इस प्रस्ताव पर लोगों से आपत्तियां और सुझाव मांगेगा। इसके बाद इसे लागू करने के लिए आवश्यक कानूनी संशोधन किए जाएंगे। प्रशासक पहले ही इस बदलाव के पक्ष में थे, लेकिन अधिकारियों का तर्क था कि इतनी जल्दी नियमों में संशोधन कर इसे लागू करना संभव नहीं है। मेयर चुनाव में यह नई व्यवस्था साल, 2026 में शुरू हो सकती है।
क्रॉस वोटिंग से बीजेपी ने जीता था चुनाव :
इस वर्ष के मेयर चुनाव में क्रॉस वोटिंग के चलते भाजपा की हरप्रीत कौर विजयी रही थीं। इससे पहले भी कई बार क्रॉस वोटिंग के कारण विवाद होते रहे हैं। इसे ही रोकने के लिए पार्षदों द्वारा हाथ उठाकर मतदान करने का प्रस्ताव नगर निगम सदन में पारित किया गया था। जिसे आखिरकार अब प्रशासक ने मंजूरी दे दी है।
दल-बदल कानून भी पारित :
चंडीगढ़ में पंजाब म्युनिसिपल एक्ट लागू होता है। नगर निगम सदन ने कुछ साल पहले दल-बदल विरोधी कानून को लागू करने के लिए प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को भेजा था, लेकिन मंजूरी ना मिलने से अभी तक लागू नहीं किया जा सका। पिछले तीन वर्षों में भाजपा में चार और कांग्रेस में एक पार्षद दूसरे दल से शामिल हो चुके हैं। इसी साल जनवरी में आप के तत्कालीन मेयर कुलदीप कुमार ने निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने प्रशासन को इस पर निर्णय लेने का अधिकार दे दिया था।
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