डिप्टी कमिश्नर को झुग्गियों को हटाने संबंधित भेजेंगे पत्र, इंस्पेक्टर अशोक का एक हफ्ते पहले दिया गया बयान निकला हवा हवाई
6 महीने से लटक झुग्गियां हटाने का काम पहल के आधार पर क्यों नहीं किया जा रहा?
नगर काउंसिल अधिकारी अपने ही आदेशों को लागु करवाने में नाकाम
जीरकपुर 17 March : शहर में खाली जमीन पर झुग्गियां बनाकर किराए पर देने का व्यवसाय एक बहुत बड़ा व्यवसाय बन रहा है जिसके कारण जीरकपुर शहर एक अर्बन स्लम का रूप धारण कर रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा इसकी और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा और सरकार को लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान किया जा रहा है। शहर में बन रही झुग्गियों में जो लोग रहते हैं उनके बारे में किसी को भी कुछ नहीं पता कि यह लोग कौन है और कहां से आते हैं और ना ही प्रशासन द्वारा उनकी जानकारी हासिल करने की कोई कोशिश की जाती है क्योंकि शहर में 4000 से लेकर 5000 के करीब झुग्गियों विभिन्न क्षेत्रों में बनी हुई है और इनमें रहने वाले लोगों की किसी तरह की कोई जांच अथवा पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं करवाई जाती। जिसके कारण यहां पर क्रिमिनल बैकग्राउंड के लोग भी हो सकते हैं। शहर में दिन प्रतिदिन जुर्म दर भी बढ़ती जा रही है। जगह-जगह पर चोरी लूटपाट स्नैचिंग अथवा लड़ाई झगड़े की घटनाएं हो रही है।
अगर बात ढकोली क्षेत्र में बनी झुग्गियों की करें तो ढकोली क्षेत्र में गंदे नाले के पास एक व्यक्ति ने अपनी जमीन पर करीब 100 झुग्गियां बनाकर किराए पर दी हुई है। कुछ समय पहले इन झुग्गियों में रहने वाले किसी व्यक्ति ने एक व्यक्ति का कत्ल करके सब को गंदे नाले में फेंक दिया था और जांच करने के बाद कातिल को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था। उसे समय आनन फानन में नगर कौंसिल अधिकारियों ने कुछ जमीन मालिकों को नोटिस जारी करके निर्देश दिए थे कि उनकी जमीन में से झुग्गियों को तुरंत हटा दिया जाए। वह नोटिस मात्र एक कागज का टुकड़ा बनकर रह गए हैं और मालिक द्वारा अपनी जमीन से झुग्गियों को 6 महीने बीत जाने के बाद भी नहीं हटाया गया। बल्कि इस दौरान मालिक द्वारा झुग्गियों को स्थाई रूप में बदलाव कर लिया गया है क्योंकि अब वहां पर पक्की दीवारों बनाकर उनके ऊपर टीम के शेड डाले जा रहे हैं और झुग्गियों को अपग्रेड किया जा रहा है। करीब 10 दिन पहले भी इस संबंधी खबरें प्रकाशित हुई थी उसे समय नगर कौंसिल जीरकपुर के इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने कहा था कि 10 मार्च दिन सोमवार को इन झुग्गियों को हटाने संबंधी एक पत्र डिप्टी कमिश्नर मोहाली को लिखा जाएगा जिसका जवाब आने के बाद इन झुग्गियों को स्थाई तौर पर हटा दिया जाएगा लेकिन इससे एक हफ्ता ज्यादा बीतने के बावजूद भी नगर कौंसिल द्वारा डिप्टी कमिश्नर मोहाली को कोई पत्र नहीं लिखा गया। यहां पर एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या नगर कौंसिल जीरकपुर इन अवैध रूप से बनी हुई झुग्गियों को हटाना ही नहीं चाहती या झुग्गियां बनाकर किराए पर देने वाला व्यक्ति इतना ताकतवर है कि नगर कौशल के अधिकारी उस पर कार्यवाही करने से डरते हैं?
कोट्स ::::
कभी भी 1 मीटर में से 100 सब मीटर को कनेक्शन नहीं दिया जा सकता। अगर कहीं भी ऐसा है तो सभी सब मीटर के कनेक्शन काट देने चाहिए।
सुरेंद्र सिंह बैंस एक्सईएन
बिजली विभाग जीरकपुर।
बॉक्स::::
क्या कहना है नगर कौंसिल जीरकपुर के इंस्पेक्टर अशोक कुमार का :::::
ढकोली क्षेत्र में बनी अवैध झुग्गियों को हटाने संबंधी करीब 10 दिन पहले खबरें प्रकाशित हुई थी उसे समय नगर कौंसिल जीरकपुर के इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने कहा था कि ढकोली क्षेत्र में अवैध रूप से बनी हुई झुग्गियों को हटाने का कम जल्द ही शुरू किया जाएगा। इस संबंधी 10 मार्च दिन सोमवार को पहले डिप्टी कमिशनर मोहाली को पत्र लिखा जाएगा, जिसके बाद वहां से जवाब आने के बाद इन झुग्गियों को स्थाई तौर पर हटा दिया जाएगा। 10 मार्च को पत्र लिखे जाने संबंधी पूछे जाने पर इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा गया है। अब हम प्रॉपर्टी टैक्स का काम करने में व्यस्त है। प्रॉपर्टी टैक्स का काम मुकम्मल होने के बाद ही इस पत्र संबंधी कार्रवाई की जाएगी। यहां पर यह भी सवाल उठता है कि इतने महीने से लटक रहा काम पहल के आधार पर क्यों नहीं किया जा रहा? एक पत्र को लिखने में कितना समय लगता है? अवैध रूप से बनी हुई झुग्गियों में रहने वाले किसी व्यक्ति द्वारा अगर किसी घटना को अंजाम दिया जाता है तो उसके लिए किसकी जिम्मेदारी होगी?