मॉडल टाउन में नहीं थम रहा अवैध इमारतों का निर्माण कार्य
लुधियाना 7 नवंबर। मॉडल टाउन इलाके में अवैध इमारतों का निर्माण कार्य थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पहले बलबीर स्टोर द्वारा घर को तोड़कर अपने स्टोर के साथ अवैध तरीके से मिलाने और फिर गुरु नानक खालसा कॉलेज ट्रस्ट की और से गोल मार्केट में अवैध दुकानें बनाने का मामला सामने आया था। वहीं अब पिछले 15 दिन के अंदर अंदर तीसरा मामला सामने आ चुका है। जिसमें चार खंभा रोड पर गुर टॉय स्टोर के पास एक इललीगल कमर्शियल इमारत का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें निगम से किसी भी तरह की कोई परमिशन नहीं ली गई। जिसके चलते कुछ दिन पहले ही इसी इमारत को नगर निगम द्वारा अवैध करार करते हुए गिरा दिया था। लेकिन निगम की इस कार्रवाई के करीब 10 दिन बाद दोबारा से निर्माण कार्य शुरु हो गया और दो मंजिलां बना भी डाली। हालांकि इस संबंध में निगम को शिकायत की जा चुकी है। अब देखना होगा कि निगम द्वारा अपने ही रोके गए अवैध कार्य पर दोबारा कंस्ट्रक्शन होने पर क्या एक्शन लिया जाता है। लोगों में चर्चा है कि वैसे तो निगम द्वारा आए दिन किसी न किसी बिल्डिंग पर पीला पंजा चला उसे गिरा दिया जाता तो क्या अब इस इमारत पर भी निगम एक्शन लेगा या नहीं।
घर को तोड़कर बनाई जा रही कमर्शियल इमारत
बता दें कि उक्त कमर्शियल इमारत की जगह पर पहले घर था। जबकि पिछले कई सालों से वहां पर घर ही था। लेकिन एक व्यक्ति द्वारा पहले उक्त घर को तोड़ा गया। जिसके बाद वहां पर कमर्शियल इमारत का निर्माण शुरु कर दिया गया। चर्चा है कि उक्त इमारत में कई ब्रांड के स्टोर खोले जाने हैं। जिसके चलते इसका निर्माण किया जा रहा है। हालांकि यह भी चर्चा है कि उक्त बिल्डिंग के आसपास मौजूद कई शोरुम व खिलौनों की दुकानें भी अवैध बनी हुई है। जिनके पास पार्किंग तक नहीं है।
शिकायत होने के बाद निगम ने लिया था एक्शन
जानकारी के अनुसार उक्त बिल्डिंग की आरटीआई एक्टिविस्ट रछपाल सिंह द्वारा शिकायत की गई थी। उक्त शिकायत मिलने के बाद नगर निगम द्वारा अपने सत्र पर एक्शन शुरु किया गया। तब बिल्डिंग की दीवारें खड़ी की थी। निगम द्वारा उसे तोड़ा गया। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि निगम की कार्रवाई के बाद उक्त बिल्डिंग मालिक द्वारा और तेजी से निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया। निगम कार्रवाई के 10 दिन बीतने के बाद ही वहां दो मंजिलें खड़ी कर दी गईं।
निगम की कार्रवाई पर खड़े हो रहे सवाल
वहीं चर्चा है कि नगर निगम की और से जब कार्रवाई की गई तो उसके बाद ही बिल्डिंग मालिक द्वारा निर्माण कार्य तेजी से शुरु कर दिया। हालांकि चर्चा है कि इस मामले में निगम के कई अफसरों की भी मिलीभगत है, जिसके बाद यह अवैध निर्माण को बढ़ाया जा रहा है। वहीं चर्चा है कि निगम के कुछ अफसरों द्वारा पहले पूरी बिल्डिंग बनने दी जाएगी, तब तक एक्शन नहीं लिया जाएगा। जिसके बाद कार्रवाई के नाम पर बिल्डिंग को सील कर दिया जाएगा। लेकिन फिर कुछ समय बाद सीएलयू देकर फीस जमा करवाकर बिल्डिंग की सील खोल दी जाएगी। इस तरह करके इललीगल इमारत को लीगल करार दिया जाएगा।