चंडीगढ़, 7 अगस्त —
नगर परिषद की एंक्रोचमेंट टीम द्वारा बुधवार शाम एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी ज़मीन पर हो रहे अवैध कब्जे को हटाया। यह कार्रवाई नगर परिषद दफ्तर के पिछली ओर स्थित भूमि पर की गई, जहां कुछ लोगों ने बिना अनुमति के चारदीवारी कर कब्जा जमा रखा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते कुछ दिनों से नगर परिषद को शिकायतें मिल रही थीं कि दफ्तर के पीछे की सरकारी ज़मीन पर कुछ लोगों द्वारा अवैध निर्माण करवाया जा रहा है। जब टीम ने मौके का मुआयना किया तो देखा गया कि लगभग पूरी ज़मीन को चारदीवारी से घेरकर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। बुधवार शाम लगभग 4 बजे नगर परिषद की एंक्रोचमेंट विंग, जेसीबी मशीन के साथ मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू कर दी।
जैसे ही दीवार तोड़ने का कार्य शुरू हुआ, अवैध कब्जा करने वाले लोगों ने इसका जमकर विरोध किया। वहां मौजूद महिलाओं ने जेसीबी के आगे खड़े होकर काम में बाधा डालने की कोशिश की। स्थिति कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गई और लगभग आधे घंटे तक बवाल का माहौल रहा। हालांकि मौके पर मौजूद एंक्रोचमेंट विंग के इंचार्ज और अन्य नगर परिषद कर्मियों ने संयम बरतते हुए विरोध कर रही महिलाओं को शांत किया और उन्हें वहां से साइड हटा दिया गया। इसके बाद जेसीबी मशीन से चारदीवारी को तोड़ दिया गया।
नगर परिषद अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सरकारी जमीन पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पहले मौखिक रूप से लोगों को चेतावनी दी गई थी, लेकिन बार-बार समझाने के बावजूद जब अवैध कब्जा नहीं हटाया गया तो अंत में यह कार्रवाई की गई है। स्थानीय निवासियों ने नगर परिषद की इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि यदि समय रहते ऐसी अवैध गतिविधियों पर रोक न लगाई गई तो सरकारी ज़मीनें धीरे-धीरे निजी हाथों में चली जाएगी और बाद में इन्हें वापस लेना मुश्किल हो जाता है।
नगर परिषद की ओर से यह भी संकेत दिए गए हैं कि आने वाले दिनों में अन्य इलाकों में भी ऐसे अवैध कब्जों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार की सरकारी ज़मीन पर कब्जा करने से बचें, अन्यथा क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी।
कोट्स
सरकारी जमीन पर कब्जे करने की हमें शिकायतें मिल रही थी, जिसे हमने रोका था। लेकिन वहां लगातार काम किया जा रहा था। जिसे आज तोड़ दिया गया है।