फतेहगढ़ साहिब, 13 अगस्त –
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेका और समाज के हर वर्ग की भलाई सुनिश्चित करने के लिए महान सिख गुरुओं और शहीदों के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पवित्र धरती न केवल सिखों के लिए, बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेरणा स्रोत है, क्योंकि दशमेश पिता जी के छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को जालिम शासकों ने इसी स्थान पर ज़िंदा नींव में चिनवा दिया था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पवित्र धरती पर साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह के साथ माता गुजरी जी की शहादत सदियों से पंजाबियों को अन्याय, अत्याचार और बेइंसाफी के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करती आ रही है और हमेशा करती रहेगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को देश के लिए बलिदान देने के लिए सदैव तैयार रहने हेतु छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी की इस महान कुर्बानी से अवगत कराना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे साहिबजादों ने सरहिंद के तत्कालीन मुगल हाकिम के जुल्म के खिलाफ खड़े होने के लिए मिसाली साहस और निडरता का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि साहिबजादों को बहादुरी और निःस्वार्थ सेवा के गुण दशमेश पिता जी से विरासत में मिले थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इतनी कम उम्र में छोटे साहिबजादों द्वारा दिया गया यह महान बलिदान पूरी दुनिया के इतिहास में कोई सानी नहीं।
