श्री राम चंद्र का चरित्र दयालु, कृपालु और क्षमा धनी जैसे गुणों का एक सम्पूर्ण संगम है। – संत अश्वनी बेदी जी महाराज

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लुधियाना 30 सितंबर
श्री राम शरणम् , श्री राम पार्क में चल रहे श्री रामायण ज्ञान यज्ञ में संत अश्वनी बेदी जी महाराज ने श्री राम दूत निर्भीक अंगद का प्रसंग सुनाते हुए कहा रावण के दरबार में रावण से अंगद ने कहा कि यह अखरी चेतावनी है रावण तू अपनी भूल श्री राम से क्षमा करवाके माता सीता को श्री राम को वापिस कर के उन की शरण ग्रहण कर ले । श्री राम चंद्र का चरित्र दयालु, कृपालु और क्षमा धनी जैसे गुणों का एक सम्पूर्ण संगम है। उनकी दया ने सबको अपनाया, उनकी कृपा ने भक्तों का उद्धार किया, और उनकी क्षमा ने उन्हें शत्रु के सामने भी एक नैतिक श्रेष्ठता प्रदान की। राम का जीवन हमें सिखाता है कि शक्ति का वास्तविक उपयोग विनाश में नहीं, बल्कि करुणा और क्षमा में है।

संत बेदी जी ने कहा श्री राम चंद्र: दयालु, कृपालु और क्षमा धनी
श्री राम चंद्र को मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में जाना जाता है, और उनके व्यक्तित्व के तीन सबसे उज्जवल पक्ष हैं: दयालुता, कृपालुता और क्षमाशीलता। उनका सम्पूर्ण जीवन इन्हीं दिव्य गुणों का एक साकार उदाहरण है, जो उन्हें केवल एक राजा ही नहीं, बल्कि एक पूज्यनीय आदर्श बनाता है।
दयालुता: करुणा का सागर
भगवान राम की दयालुता उनकी करुणा और प्राणी मात्र के प्रति सहानुभूति में निहित है। उनकी दया केवल मनुष्यों तक सीमित नहीं थी, बल्कि पशु-पक्षियों, वानरों, और निषाद जैसे समाज के वंचित वर्गों तक भी फैली हुई थी।

कृपालु होने का अर्थ है कृपा करने वाला। श्री राम अपने भक्तों पर सहज ही कृपा बरसाते हैं। उनकी कृपा पाने के लिए व्यक्ति को केवल सच्चे मन से भक्ति और शरणागति की आवश्यकता होती है।
विभीषण को शरण: रावण के भाई विभीषण जब राम की शरण में आए, तो वानरों के संदेह के बावजूद, राम ने उन्हें न केवल शरण दी, बल्कि उन्हें लंका का भावी राजा घोषित कर दिया। यह उनकी महान कृपालुता का प्रमाण है कि उन्होंने शत्रु पक्ष के व्यक्ति को भी अभयदान और सम्मान दिया।
हनुमानजी पर कृपा: हनुमानजी को अपनी भक्ति और सेवा के लिए उन्होंने अष्ट सिद्धि और नौ निधियों का दाता बनाकर अमरता का आशीर्वाद दिया।

यही कारण है कि सदियों से उनका नाम भारतीय संस्कृति में आदर्श पुरुष के रूप में अमर है।
सभा में सुदर्शन जैन , मंजू गुप्ता , भाविका गुप्ता , राज गुप्ता , शशि भल्ला , दीपाली सहगल , राशि चड्ढा , सोनिया तिवारी , माँ रेखा बेदी, आशिमा बेदी , संयम भल्ला , रमणीक बेदी , पलवी धवन सहित अनेक साधक सम्मिलित हुए ।

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