चंडीगढ/यूटर्न/21 जुलाई: बैंड-बाजा और बरात के साथ चंडीगढ़ से उत्तर प्रदेश पहुंचे एक दूल्हे को बिना दुल्हानिया के ही वापस लौटना पड़ा। हैरानी की बात यह है कि दुल्हन और उसके परिवार की तरफ से यूपी के रहीमाबाद में बताया गया पता ही झूठा निकला। जो पता दुल्हन के परिवार ने बताया था वहां कोई शादी समारोह स्थल था ही नहीं। बाजे-गाजे के साथ पहुंची बरात और दूल्हे को न तो शादी का मंडप मिला और न ही दुल्हन। दूल्हा रातभर दुल्हन और उसके परिवार को फोन करता रहा, लेकिन सभी के नंबर बंद थे। दूल्हे ने स्थानीय लोगों से लडक़ी का नाम और परिवार के बारे में पूछा तो हकीकत सामने आई कि इस एरिया में इस नाम की न कोई लडक़ी है और ऐसा कोई परिवार रहता है। इसके बाद पीडि़त दूल्हे ने मलिहाबाद के रहिमाबाद पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। मामले में रहिमाबदा थाना एसएचओ अनुभव सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता दूल्हा सोनू, जो चंडीगढ़ में काम करता है, जो कि मूल रूप से यूपी के ही उन्नाव जिले के ओरियास देवपुर का रहने वाला है। पुलिस को दी शिकायत में सोनू ने बताया कि 11 जुलाई की रात शादी के लिए वह बरात लेकर रहीमाबाद के हासिमपुर पहुंचा था। जैसे ही वे लडक़ी और उसके परिवार द्वारा बताए गए गांव पहुंचे, उन्होंने उस विवाह स्थल की खोज शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने दुल्हन के परिवार से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो पाया। दूल्हे ने बताया कि बरात पूरी रात उन्हें ढूंढती रही, लेकिन न दुल्हन मिली न परिवार वाले। देर रात तक परेशान होने के बाद दूल्हे और बरातियों को थाने में शिकायत देने के बाद वापस चंडीगढ़ लौटना पड़ा। मामले में दूल्हे और उसके परिवार की ओर से लगाए गए आरोपों में किए गए दावे के मुताबिक दूल्हा सोनू बीते करीब चार साल से काजल के संपर्क में था और जरूरत पडऩे पर वह शादी की तैयारियों से लेकर अन्य आवश्यकता के नाम पर उसे पांच लाख रुपये दे चुका है।
चंडीगढ़ से ही शुरू हुई थी प्रेम कहानी
सोनू ने बताया कि वह चंडीगढ़ में नौकरी करता है। करीब चार साल पहले चंडीगढ़ में ही वह काजल नाम की लडक़ी के संपर्क में आया। इसके बाद उन दोनों की मुलाकात भी होने लगे की थी। दूल्हे सोनू के मुताबिक लडक़ी ने उसे बताया कि वह रहीमाबाद की रहने वाली है। दोनों के बीच में लगातार मुलाकात के बाद दोनों ने शादी का फैसला किया। शिकायतकर्ता दूल्हे के मुताबिक उसने लडक़ी के कहने पर उसके पिता शीश लाल से भी बात की, जिन्होंने शादी के लिए मंजूरी दे दी और 11 जुलाई को शादी की तारीख तय कर दी।
लडक़ी बोली- सभी तैयारियां हो चुकी है
शिकायतकर्ता दुल्हे सोनू ने पुलिस को बताया कि उसकी 10 जुलाई आखिरी बार मोबाइल पर लडक़ी काजल से बात हुई थी। लडक़ी ने उसे बताया कि शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और उसके रिश्तेदार आ चुके हैं। इसलिए वह फोन पर बात नहीं कर पाएगी। इसके बाद जब वह बताए गए विवाह स्थल पर बरात लेकर पहुंचे तो उन्हें न तो शादी का मंडप मिला और न ही दुल्हन और उसका परिवार। इस दौरान उसने लडक़ी और उसके परिवार से फोन पर संपर्क करने का भी प्रयास किया, लेकिन फोन लगातार बंद आते रहे। असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर मलिहाबाद ने बताया कि इस तरह के ठगी के एक मामले की शिकायत आई है। जिसमें चंडीगढ़ में नौकरी करने वाला युवक अपनी बरात लेकर आया था। लेकिन शादी के लिए बताए गए वेन्यू और दुल्हन पक्ष के न मिलने के चलते वह काफी परेशान होने के बाद शिकायत देकर चले गए।
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ना बजा बैंड बाजा,उपर से खाली हाथ लौटना पडा बारात को
Kulwant Singh
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