वेस्ट तहसील में तहसीलदार समेत 9 लोगों द्वारा बेशकीमती जमीन की जाली रजिस्ट्री कराने का मामला
लुधियाना 3 मार्च। कैनाल रोड पर गांव नूरपूर में मौजूद एनआरआई की बेशकीमती जमीन की जाली रजिस्ट्री करके हड़पने के मामले में विजिलेंस ब्यूरो लुधियाना रेंज की और से तहसीलदार जगसीर सिंह सरां, खरीदार दीपक गोयल, नंबरदार बघेल सिंह, रजिस्ट्री क्लर्क कृष्ण गोपाल, वकील गुरचरण सिंह, अमित गौड़, जाली दीप सिंह, एक कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रॉपर्टी डीलर रघबीर सिंह खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में विजिलेंस अभी तक तहसीलदार समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। वहीं दूसरी तरफ तहसीलदार जगसीर सिंह सरां को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के दस्तावेज जारी कर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। सोमवार को व्हाट्सएप ग्रुपों में एक अज्ञात नंबर से कई वसीका नंबरों की डिटेल डाली गई है। जिसमें आरोप लगाते हुए लिखा गया है कि यह वसीके वेस्ट तहसील में हुई अवैध रजिस्ट्रियों के हैं। जबकि यह रजिस्ट्रियां अवैध तरीके से तहसीलदार जगसीर सिंह सरां द्वारा की गई हैं। उसमें यह भी लिखा गया है कि इन रजिस्ट्रियों की गंभीरता से जांच होने पर बड़े खुलासे हो सकते हैं। इस पोस्ट के बाद लगातार सरकारी तंत्र में हलचल मची हुई है। हालांकि बताया जा रहा है कि उच्च अधिकारियों के पास भी यह जानकारी पहुंच चुकी है।
फाइनेंसर दीपक गोयल द्वारा करवाई गई 12 रजिस्ट्रियां
व्हाट्सएप पर वायरल हो रही पोस्ट में यह भी दावा किया गया है कि जिस फाइनेंसर दीपक गोयल की और से गांव नूरपूर बेट में एनआरआई की जमीन की जाली रजिस्ट्री करवाई थी, उसी द्वारा तहसीलदार जगसीर सिंह सरां के साथ मिलकर और भी कई रजिस्ट्रियां करवाने के आरोप लगे हैं। इस पोस्ट में सभी 12 रजिस्ट्रियों के वसीका नंबर भी दे रखे हैं।
करीब चार महीने बाद होनी थी रिटायरमेंट
चर्चा है कि तहसीलदार जगसीर सिंह सरां की करीब चार महीने बाद रिटायरमेंट होनी थी। लेकिन उससे पहले ही मामला दर्ज हो गया। चर्चा है कि रिटायरमेंट का समय करीब आने के चलते तहसीलदार सरां द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा था। हालांकि अब विजिलेंस द्वारा ही उनके मामले संबंधी खुलासा किया जा सकेगा।
प्रॉपर्टी डीलरों, कॉलोनाइजरों व एजेंटों के साथ सीधे संबंध
पोस्ट में यह भी आरोप लगाए गए हैं कि तहसीलदार जगसीर सिंह के वेस्ट तहसील के अधीन आते प्रॉपर्टी डीलरों, कॉलोनाइजरों और एजेंटों के साथ अच्छे संबंध है। जिसके चलते उन सभी की और से मिलकर जमकर अवैध रजिस्ट्रियां की जा रही थी। चर्चा है कि अगर पुलिस सभी रजिस्ट्रियों की जांच करे तो कई नामी डीलरों, कॉलोनाइजरों व एजेंटों के नाम सामने आ सकेगें।
उधर डीसी ऑफिस व तहसीलदार हड़ताल पर गए
वहीं, दूसरी तरफ डीसी ऑफिस के मुलाजिमों और तहसीलदारों द्वारा हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है। सोमवार को प्रैस कांफ्रेस कर तहसीलदारों और डीसी ऑफिस के मुलाजिम विक्की समेत अन्य कर्मियों ने कहा कि शुक्रवार तक किसी भी तहसील में रजिस्ट्रियां नहीं होगी। इसके अलावा बाकी काम जारी रहेगें। उनका आरोप है कि विजिलेंस द्वारा सरकारी अधिकारियों को बिना वजह परेशान किया जा रहा है, जबकि एजेंटों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि तहसीलदार जगसीर पर गलत एफआईआर हुई है।
लोगों को परेशानी आने पर क्या सरकार लेगी एक्शन
वहीं शहर में चर्चा छिड़ी हुई है कि आखिर रेवेन्यू व माल विभाग और डीसी ऑफिस के मुलाजिमों पर जब भी कार्रवाई होती है तो आखिर वह हड़ताल पर क्यों चले जाते हैं। चर्चा है कि जब पुलिस समेत अन्य सरकारी विभागों के मुलाजिम पकड़े जाते है, वह कभी हड़ताल पर नहीं जाते, फिर आखिर इन विभागों को भ्रष्टाचार की कार्रवाई होने पर क्यों परेशानी आती है। चर्चा है कि हर बार भ्रष्टाचार के आरोप में रेवेन्यू विभाग के अधिकारी पकड़े जाने पर बाकी अधिकारी हड़ताल कर देते हैं। ताकि काम रुकेगा, लोगों को समस्या आएगी और फिर सरकार उनकी बात मान लेगी। लेकिन यह एक तरह का दबाव है। देखना होगा कि सरकार दबाव तले दबेगी या एक्शन लेगी।
एजेंटों की गलती, तहसीलदार पाक साफ
प्रैस कांफ्रेस में रेवेन्यू व डीसी विभाग के मुलाजिमों ने कहा कि एजेंटों द्वारा इस तरीके से रजिस्ट्रियां व आईडी प्रूफ तैयार किए जाते हैं, कि देखने में वह असली जैसे लगते हैं। उनका कहना है कि इतनी रजिस्ट्रियां होती है कि वह इसे चैक नहीं कर सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि बायोमैट्रिक सिस्टम शुरु होने से ही जाली रजिस्ट्रियां पकड़ी जा सकेगी। जिसके लिए कई बार अपील की, लेकिन सरकार नहीं मानती।
अगर दस्तावेज चैक नहीं करने तो जिम्मेदारी किसकी
प्रैस कांफ्रेस में अधिकारियों द्वारा बड़े बड़े दावे तो करते हुए कहा गया कि वह रजिस्ट्रियों को चैक नहीं कर सकते। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि तहसीलदार सबसे बड़ी पोस्ट है, अगर वहीं पोस्ट के अधिकारी दस्तावेजों की चैकिंग नहीं करेगें, तो उनकी जिम्मेदारी काहे की है। लोगों में चर्चा है कि कल को बड़े अधिकारी कह देंगे कि मैंने चैक नहीं किया, फिर उनकी पोस्ट व सरकार द्वारा उन्हें दी जा रही सैलरी का क्या फायदा, अगर आंखें बंद करके ही काम करना है। ऐसे तो कल को कोई भी जाली रजिस्ट्री करवा लेगा।