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मूसेवाला के हत्यारे गैंगस्टर को पुलिस कस्टडी से भगाने वाला आरोपी व साथी हेरोइन समेत गिरफ्तार

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STF ने आरोपियों से बरामद की साढ़े 4 करोड़ की हेरोइन, दूसरे शहरों से लाकर कर थे सप्लाई
लुधियाना 17 अप्रैल। मरहूम पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल एक हत्यारे और उसके साथी को स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने हेरोइन तस्करी करने जाते हुए गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 760 ग्राम हेरोइन बरामद की है। जिसकी इंटरनेशनल कीमत साढ़े चार करोड़ रुपए बताई जा रही है। थाना एसटीएफ की पुलिस ने न्यू शिमलापुरी के नीरज कुमार और गांव महिमूदपुर के रजिंदर सिंह उर्फ गोरा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। एसटीएफ के इंस्पेक्टर हरबंस सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी समेत गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली थी कि उक्त आरोपी नीरज कुमार नशा तस्करी का काम करता है। जबकि वह अपनी स्कूटी पर सवार होकर घर से गिल रोड की तरफ जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने न्यू शिमलापुरी में रेड करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से 760 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। वहीं उससे पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह उक्त नशा दूसरे आरोपी रजिंदर सिंह के साथ मिलकर तस्करी करता है। सूचना के आधार पर पुलिस ने रजिंदर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया।

मूसेवाला के हत्यारे दीपक टीनू को पुलिस कस्टडी से भगाया
एसएचओ हरबंस सिंह ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के ए कैटेगरी गैंगस्टर दीपक उर्फ टीनू ने मरहूम पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को मारने की प्लानिंग का हिस्सा था। जिसके चलते उसको पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद दीपक टीनू एक अक्टूबर 2022 को मानसा सीआईए स्टॉ‌फ की कस्टडी से ‌फरार हो गया था। उसे भगाने वाले एसएचओ प्रितपाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि बाद में दीपक भी राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। लेकिन उसे पुलिस कस्टडी से भगाने में आरोपी रजिंदर सिंह ने सहायता की थी। दीपक को पुलिस कस्टडी से निकालने और मानसा से बाहर निकालने में रजिंदर ने अहम भूमिका निभाई थी।

पहले भी कई पर्चे है दर्ज
जांच अफसर अनुसार आरोपी रजिंदर के खिलाफ पहले भी नशा तस्करी और आरोपी दीपक को पुलिस कस्टडी से भगाने का पर्चा दर्ज है। जिसमें वह लुधियाना सेंट्रल जेल में बंद था। करीब चार महीने पहले ही वह जेल से जमानत लेकर रिहा हुआ था। वापिस आकर उसने तस्करी शुरु कर दी। वहीं दूसरे आरोपी नीरज पर पहले भी नशा तस्करी के दो और एक कलंदरा दर्ज है। जिसमें वह तीन महीने पहले जेल से जमानत पर आया था।

दूसरे शहरों से नशा लाकर करते थे तस्करी
जांच अफसर ने बताया कि आरोपी पिछले चार साल से उक्त तस्करी का धंधा कर रहे है। वह दूसरे शहरों से सस्ते भाव पर नशा लाकर लुधियाना में सप्लाई करते थे। आरोपी खुद भी नशा करने के आदी है। पुलिस उनके साथियों की तलाश कर रही है। आरोपी रजिंदर बिजली फीटिंग और नीरज टैक्सी चलाने का काम करता है।

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