सिंधी भाषा दिवस : मातृभाषा अपनी संस्कृति अभिव्यक्ति समाज और व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करती है-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया
सिंधी भाषा को 1967 के 21 वें संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा,आठवीं अनुसूची में 10 अप्रैल 1967 को जोड़ा गया था गोंदिया – वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियां में भारत ही एक ऐसा अकेला देश है, जहां बहुत भारी तादाद में हर समाज भाषाओं उपभाषाओं,बोलियां में अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त करता है। यह भाषाएं वह बोलियां इतनी … Read more