भूखे को रोटी, प्यासे को पानी है महादान
सुदर्शन भाटिया नोटों के बंडल, सोना-चांदी… मतलब कुछ भी दान देना उस समय व्यर्थ लगता है जब सामने वाला भूखे पेट बिलख रहा हो तथा बिना पानी तड़प रहा हो। ऐसे व्यक्तियों की भूख तथा प्यास मिटाना ही महादान मानिए। आप किसी भी व्यक्ति को दस, बीस, सौ, हजार दे दो, और यदि वह भूखा … Read more