वृद्धाश्रमों का बढ़ता चलन: समाज में बदलते रिश्तों की झलक-अंतिमा धुपड़
पिछले कुछ वर्षों में वृद्धाश्रमों की संख्या में बढ़ोतरी एक महत्वपूर्ण सामाजिक बदलाव को दर्शाती है। यह समाज की संरचना, मूल्यों और पारिवारिक रिश्तों में हो रहे बदलावों की ओर इशारा करती है। जो कभी असामान्य माने जाते थे, आज वे कई लोगों के लिए सामान्य और स्वीकार्य हो गए हैं। ऐसे में सवाल उठता … Read more