लहू बोते मानव : एक युद्ध त्रासदी की मार्मिक कथा
इस महीने मेरे पास पढ़ने के लिए दो पुस्तकें थीं । पहली तस्लीमा नसरीन की ‘ उत्ताल हवा’ और दूसरी मंयक तोमर का उपन्यास ‘ लहू बोता मानव ‘। मैंने मंयक के उपन्यास को पहले पढ़ने का निश्चय किया ,क्योंकि उत्ताल हवा का आरम्भ ही तोड़ा उबाऊ ढंग से हुआ था। किसी एक उपन्यास को … Read more